आकाशगंगा में मिले नए तारामंडल

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आकाशगंगा
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अमेरिकी वैज्ञानिको ने मिल्की वे आकाशगंगा में एक नए और विशाल तारामंडल की मौजूदगी का पता लगाया गया है। जो उन मौजूदा सिद्धांतों को चुनौती देता है कि बड़े सितारों का अस्तित्व अंतत: कैसे खत्म हो जाता है। अमेरिका के न्यूयॉर्क विश्वविद्यालय में नासा सगन के एक शोधार्थी बेंजमिन पोप ने कहा, ‘हमारी आकाशगंगा में खोजा गया यह अपने आप में एक अनोखा तारामंडल है।’

वैज्ञानिकों ने गामा रे बर्स्ट प्रोजेनिटर प्रणाली का पता लगाया जो एक प्रकार का सुपरनोवा है जो प्लाज्मा की अत्यंत शक्तिशाली और संकरी धारा को प्रस्फुटित करता है और जिसके बारे में माना जाता है कि ऐसा सिर्फ दूरस्थ आकाशगंगाओं में ही होता है। पोप ने कहा, “ऐसी उम्मीद नहीं थी कि इस तरह का तंत्र हमारी आकाशगंगा में पाया जा सकता है..माना जाता है कि यह केवल ऐसी आकाशगंगाओं में मिलता है जो बहुत दूरी पर हैं।” पोप ने कहा, “इसकी चमक को देखते हुए यह बेहद चौंकाने वाला है कि अब तक इसके बारे में पता क्यों नहीं चला।” इस तारामंडल के बारे में विस्तार से नेचर एस्ट्रोनोमी पत्रिका में बताया गया है और इसे ‘एपेप’ नाम दिया गया है।

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