एक अध्ययन में यह बात सामने आई है कि फेसबुक जैसी सोशल नेटवर्किंग साइट वयस्को को अवसाद और चिंता से दूर रखने में मददगार है। अगर आप इन सोशल नेटवर्किंग साइट का उपयोग करते हैं, तो आप अवसाद और चिंता जैसे गंभीर मनोवैज्ञानिक संकट से बचने के लिए 1.63 गुणा अधिक सक्षम हैं। फेसबुक जैसे सोशल मीडिया ऐप का उपयोग करने के अपने फायदे हैं और एक ऐसा सकारात्मक परिणाम वयस्कों के बीच मानसिक स्वास्थ्य में सुधार कर रहा है। मिशिगन स्टेट युनिवर्सिटी के एक अध्ययन के अनुसार, सोशल मीडिया और इंटरनेट का उपयोग नियमित रूप से वयस्कों में मानसिक स्वास्थ्य में सुधार कर सकता है और डिप्रेशन व चिंता जैसे गंभीर मनोवैज्ञानिक संकट को दूर करने में मदद करता है।
मिशिगन स्टेट युनिवर्सिटी में मीडिया और सूचना के प्रोफेसर कीथ हैम्पटन ने कहा कि संचार प्रोद्योगिकी और सोशल मीडिया प्लेटफार्म रिश्तों को बनाए रखना और स्वास्थ्य जानकारी तक पहुंचना आसान बनाते हैं। इस निष्कर्ष पर पहुंचने के हैम्पटन के अधिक परिपक्व आबादी का अध्ययन किया, जिसके लिए उसने निर्धारित किया दुनिया का सबसे लंबा चलने वाला घरेलू सर्वेक्षण पैनल स्टडी ऑफ इनकम डायनेमिक्स। इसमें 13 हजार से ज्यादा व्यस्क प्रतियोगिता पर अध्ययन किया गया। उन्होंने पया कि सोशल मीडिया यूजर्स में एक वर्ष से दूसरे वर्ष तक गंभीर मनोवैज्ञानिक संकट का सामना करने की संभावना 63 प्रतिशत कम है, जिसमें प्रमुख डिप्रेशन या गंभीर चिंता शामिल हैं।