राजकुमार हीरानी कि आमिर खान और अनुष्का शर्मा अभिनीत ‘पी के’ का नायक कहता है कि पृथ्वी एक छोटा सा गोला है और इससे बड़े अनगिनत गोला अंतरिक्ष में विद्यमान हैं। मुंबई फिल्म उद्योग अत्यंत छोटा ‘गोला’ है जहां खबरें वायु की गति से फैल जाती हैं। ‘बुरे फंसे ओबामा’ और ‘जॉली एलएलबी 2’ फिल्मों के लिए पहचाने जाने वाले सुभाष कपूर ने ‘मैडम चीफ मिनिस्टर’ नामक पटकथा लिखी।
अनुमान है कि लोकप्रिय कलाकार जैसे करीना कपूर, कटरीना कैफ, दीपिका पादुकोण ने अपने ढंग से संकेत दिया कि वह इस भूमिका को अभिनीत करना चाहेंगी। सुभाष कपूर ने पटकथा लिखते समय ही निश्चय कर लिया था कि वह ऋचा चड्ढा के साथ फिल्म बनाएंगे। ऋचा चड्ढा अपना काम जानती हैं परंतु आवाम में वे उन्माद नहीं जगातीं।
इस उद्योग में नायक के नाम पर फिल्म वितरण अधिकार खरीदे जाते हैं। इस तथ्य के बावजूद नायिका प्रधान फिल्में बनती रही हैं। जैसे ‘अनारकली ऑफ आरा’ और ‘दंगल’। ज्ञातव्य है कि कटरीना कैफ, प्रकाश झा की फिल्म ‘राजनीति’ में मैडम चीफ मिनिस्टर की भूमिका अभिनीत कर चुकी हैं। दर्शकों को उनमें सोनिया गांधी नजर आईं।
इस फिल्म के प्रदर्शन पूर्व प्रचार भी कुछ ऐसा ही किया गया था कि यह राहुल और सोनिया गांधी प्रेरित फिल्म है। यहां तक कि रणबीर कपूर ने राहुल गांधी की तरह मुंबई की लोकल ट्रेन में यात्रा भी की थी। दरअसल फिल्म मारियो पूजो के ‘गॉडफादर’ से प्रेरित थी। मूल रचना का फूहड़ प्रदर्शन मात्र बनकर रह गया।
खबर यह है कि विवादों से घिरी कंगना रनोट, जयललिता बायोपिक अभिनीत कर रही हैं। रजनीकांत ने घोषणा कर दी है कि वे राजनीति क्षेत्र में नहीं जाएंगे। कमल हसन केवल प्रांतीय राजनीति तक सिमटे रहना चाहते हैं। एक दौर में इंदिरा गांधी, मार्गरेट थैचर, श्रीमती भंडारनायके और शेख हसीना अपने-अपने देशों की प्रधानमंत्री रही हैं।
श्रीमती मुफ्ती भी हुकूमत कर चुकी हैं। बेनजीर भुट्टो भी पाकिस्तान की सदर रही हैं। अनेक लोगों का मत है कि महिला प्रधानमंत्रियों के दौर में कठिन निर्णय लिए गए और कानून व्यवस्था आज की अराजकता से बेहतर रही। श्रीमती इंदिरा गांधी अमेरिका के दबाव में नहीं आईं और उन्होंने बांग्लादेश का निर्माण करके पाकिस्तान के गुरुर और आर्थिक हालत को बहुत गहरी चोट पहुंचाई।
युद्ध के इतिहास में पहली बार 97 हजार सशस्त्र सैनिकों ने आत्मसमर्पण किया। भारतीय जनरल मानेकशॉ द्वारा अपनाई रणनीति युद्ध प्रशिक्षण संस्थाओं में पाठ्यक्रम में शामिल है। उन्होंने छोटे-छोटे दल आंकी-बाकी सरहदों में उस समय पाकिस्तान के अधिकार में रहे बंगाल में भेज दिए। जब युद्ध प्रारंभ हुआ तो पाकिस्तानी जनरल नियाजी भौचक्का रह गए कि आगे और पीछे दोनों ओर से प्रहार हो रहे हैं।
युद्ध में विजय के बाद जनरल मानेकशॉ को चाय के लिए आमंत्रित किया। अनौपचारिक वार्तालाप में श्रीमती इंदिरा गांधी ने कहा कि स्वयं उनकी और जनरल मानेकशॉ की नाक समान है। जनरल मानेकशॉ ने कहा कि नाक के आकार में समानता है परंतु श्रीमती इंदिरा गांधी की तरह वह अपनी नाक अन्य के मामलों में नहीं डालते।
यह सुनकर इंदिरा गांधी ने ठहाका लगाया। कम नेताओं में हास्य का माद्दा होता है। संकीर्णता रखने वाले दल में किसी महिला के सदर होने के अवसर शून्य हैं। उस क्षेत्र में हास्य भी प्रतिबंधित है। गोयाकि शरद जोशी और हरिशंकर परसाई के होने की कोई आशा नहीं है। सुभाष कपूर अत्यंत प्रतिभाशाली हैं। अपनी ‘मैडम चीफ मिनिस्टर’ में वे सार्थक मनोरंजन करेंगे। खबर यह है कि यह फिल्म शीघ्र ही प्रदर्शित होगी। संभावना है कि मार्च में कोविड-19 का प्रकोप समाप्त होगा। सुभाष कपूर इंटरनेट मंच पर फिल्म इसी माह प्रदर्शित कर सकते हैं। महिला पुरुष समानता हमारा आदर्श स्वप्न रहा है। श्रीमान सिमॉन द व्यू अपनी प्रसिद्ध किताब ‘द सेकेंड सेक्स’ में महिलाओं के खिलाफ रची षड्यंत्र का इतिहास प्रस्तुत करती हैं।
केवल शिकार युग में महिला को पुरुष के समान ही नहीं बेहतर माना गया। उसके शरीर में शक्ति, चपलता पुरुष से अधिक थी और निशाना भी अचूक था! क्या इसका अर्थ है कि ज्यों-ज्यों हम सभ्य होते गए त्यों-त्यों महिला को हाशिए में ढकेला गया। एक ही पहिए पर चलता मानव रथ लंगड़ाता रहा।
दुष्कर्म के सारे प्रकरणों में महिला को मारपीट कर नीम बेहोश किया जाता है। उसके होशो-हवास में रहने पर दुष्कर्म संभव नहीं है। बहरहाल कमला हैरिस भविष्य में अमेरिका की प्रेसिडेंट हो सकती हैं। अमेरिका में महिलाओं को मताधिकार 1936 में प्राप्त हुआ है।
जयप्रकाश चौकसे
(लेखक मैनेजमेंट गुरु हैं ये उनके निजी विचार हैं)