लखनऊ। कभी सड़क दुर्घटनाओं से आहत तो कभी बेजुबानों के दाना-पानी को लेकर परेशान। कभी कोरोना संक्रमण से डटकर मुकाबले करने की अपील तो कभी प्रकृति को हरा-भरा रखने के लिए एक पौधा लगाने की गुजारिश। कभी जल बचाने की मुहिम तो कभी हेलमेट लगाने के लिए लोगों से प्रार्थना। कुछ ऐसे ही संदेशों के साथ साल के 12 महीने लोगों को किसी न किसी अच्छे काम के लिए प्रेरित करते हैं भोजपुरी कवि कृष्णानंद राय। इनका अभियान साइकिल पर शुरू होता है।
साइकिल पर बैनर टांगकर पूरे शहर में यहां वहां घूमते हैं और लोगों से बुरी आदतें छोडऩे और अच्छी आदतें अपनाने की अपील करते हैं। उार प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड में सीनियर अकाउंटेंट राय को लोग (नेचर मैन) के नाम से भी पुकारते हैं। फिजा में बढ़ते प्रदूषण को लेकर राय महीने में दो दिन ऑनली साइकिल डे की पैरवी करते हैं। उनका कहना है कि यदि प्रदूषण को नियंत्रित करना है और पर्यावरण की सुरक्षा करनी है तो अधिकांश समय में डीजल-पेट्रोल रहित वाहनों का प्रयोग करें ताकि आम जीव-जंतु के साथ उन मनुष्यों को राहत मिल सके जिनको सांस लेने में दुश्वारी होती है।