परम पूज्य गुरूदेव श्रीमज्जगद्गुरू रामानुजाचार्य श्री स्वमी विश्वेशप्रपन्नाचर्या जी महाराज के पावन सानिध्य का एक बार फिर अवसर प्राप्त हुआ श्री गुरूचरण सेवा धाम, परिक्रमा मार्ग वृंदावन में जहां वह आज कल विराजमान है और श्रीमद् भागवत ज्ञानयज्ञ का अमृत पान करा रहें है ऐसे संन्त का खुब ढेर सारा आर्शिवाद प्राप्त हुआ इसके लिये मैं और सुभारती परिवार उन्हें सादर चर्ण स्पर्श करता है और हम प्रर्थना करते है कि उनका प्यार युगों युगों तक बना रहें