2024 का लोक सभा चुनाव 7 के बजाए 70 चरणों में होगा। न्यूज़ चैनल्स असोसिएशन और राजनीतिक पार्टियों ने चुनाव आयोग से ये शिकायत की थी कि 7 चरण और 2 महीने का वक्त चुनाव कराने के लिए बेहद कम हैं। राजनीतिक पार्टियों की आपत्ति थी कि सिर्फ 2 महीने चुनाव चलने के कारण सभी नेताओं को बेहूदा बयान देने का बराबर मौका नहीं मिल पाता। पार्टियों में आम राय थी कि 70 चरणों में चुनाव होने से हर नेता को गिरने का बराबर मौका मिल पाएगा और वे ये नैतिक दबाव महसूस नहीं कर पाएंगी कि लोक सभा के इस महापर्व में उनके सभी नेताओं को अपना टैलंट दिखाने का मौका नहीं मिला। वहीं चैनल्स का कहना था कि क ई नेताओं के एक साथ ऊट पटांग बयान देने पर वो किसी एक बेहूदा बयान पर ठीक से फोकस नहीं कर पाते इसलिए ये चुनाव डेढ़-दो साल तक खिंचना चाहिए।
हवाबाज़ी को मिली जानकारी के मुताबिक खुद कांग्रेस पार्टी के अंदर फणिशंकर अय्यर और दिगभ्रमित सिंह जैसे नेताओं को इस बात की भारी आपत्ति थी कि इस चुनावों में जनता की सारी लानत स्कैम पित्रोदा ले गए और उन्हें ज़लील होने का मौका ही नहीं मिला। ख़बर है कि इस सबसे फणिशंकर अय्यर तो इतना डिप्रेशन में चले गए हैं कि लगातार टीवी पर सेटमैक्स पर सूर्यवंशम देख रहे हैं। नीरज बधवार तैयार नहीं है। जब हमने पूछा,क्यों, क्या उनके पास टाइम नहीं है? इस पर समता का जवाब पाठक अपनी प्रतिक्रिया, अपने विचार इस मेल पर भेजे:-
वहीं न्यूज़ चैनल्स एसोसिएशन में ज़्यादातर एडिटर्स का मानना था कि सिर्फ 2 महीने चुनाव चलने के कारण उन्हें नेताओं का इंटरव्यू लाने के लिए जूनियर रिपोर्टर्स को भी भेजना पड़ता है। जिसके चलते एडिटर्स को खुद घूमने का कम मौका मिल पाता है। साथ ही यह देखकर भी एडिटर्स के मन को कलेश लहता है कि 30 हजार की सैलरी पाने वाला उसका रिपोर्टर नेता के पर्सनल जेट में उसके साथ सफर कर रहा है। इस बीच तृणभूल कांग्रेस इकलौती पार्टी है जिसने लंबे चुनाव खिंचने पर आपत्ति जताई है। पार्टी की अध्यक्ष समता चैटर्जी का कहना है कि हमारी पार्टी के वेता लंबे चुनावों के लिए अभी तैयार नहीं है। जब हमने पूछा, क्यों, क्या उनके पास टाइम नहीं है? इस पर समता का जवाब था, नहं इतना लंबा चुनाव लड़ने के लिए उनके पास इतने हथियार नहीं है।
नीरज बधवार
लेखक पत्रकार हैं और ये उनके निजी विचार हैं