महाराष्ट्र भाजपा में कई खेमे

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महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी के अंदर सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडऩवीस, प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष राव साहेब दानवे के अलग-अलग खेमे बने हुए हैं। नेता एक दूसरे की बात नहीं सुन रहे हैं। भाजपा ने प्रदेश का नया प्रभारी नियुत किया है पर उससे भी स्थिति में सुधार नहीं है। पार्टी के दिग्गज नेता एकनाथ खड़से भाजपा छोड़ कर चले गए और उन्होंने फडऩवीस पर करियर खराब करने का आरोप लगाया। अब इस बात की चर्चा है कि पंकजा मुंडे भी पार्टी छोड़ सकती हैं। वे महाराष्ट्र में भाजपा के सबसे बड़े नेता रहे गोपीनाथ मुंडे की बेटी हैं और राज्य में ओबीसी चेहरे के तौर पर पार्टी उनको पेश करती थी। वे दो बार विधायक रही हैं और उनकी बहन प्रीतम मुंडे अभी भाजपा की सांसद हैं। पंकजा मुंडे को लग रहा है कि पार्टी ने उनको हाशिए में डाल दिया है। इसलिए वे अपने दांव चल रही हैं। शिव सेना प्रमुख और राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने उनको अपनी पार्टी में शामिल होने की खुली दावत दी है। पंकजा ने भी किसानों के लिए दिए गए 10 हजार करोड़ रुपए के पैकेज पर मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया है। यह अलग बात है कि पार्टी के बाकी सारे नेताओं ने इसकी आलोचना की है और इसा नाकाफी बताया है।

पर पंकजा ने कहा है कि मुख्यमंत्री ने उनकी बात मान कर किसानों को पैकेज दिया है। पंकजा पिछला विधानसभा चुनाव हार चुकी हैं और उनके विधानसभा पहुंचने की बेचैनी है। कहा जा रहा है कि शिव सेना उनको विधान परिषद में भेज सकती है। हालांकि राज्यपाल कोटे से मनोनीत श्रेणी में किसी राजनेता को परिषद में भेजना आसान नहीं होगा। राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी उनका नाम अटका सकते हैं और तब उनको इंतजार करना पड़ सकता है। दूसरी ओर कांग्रेस पार्टी की महिला नेताओं की शिव सेना में कुछ ज्यादा ही पूछ हो रही है। कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने कांग्रेस छोड़ कर शिव सेना ज्वाइन किया और एक साल में ही शिव सेना ने उनको राज्यसभा में भेज दिया। इसी तरह कुछ दिन पहले ही कांग्रेस छोडऩे वाली उर्मिला मातोंडकर को शिव सेना विधान परिषद में भेज सकती है। शिव सेना प्रमुख और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने खुद उनसे बात की है और उनको शिव सेना में शामिल होने व एमएलसी बनने का प्रस्ताव दिया है।

सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में उर्मिला मातोंडकर ने आदित्य ठाकरे का जिस तरह से खुला समर्थन किया था और कंगना रनौत सहित शिव सेना विरोधी फिल्मी हस्तियों को जवाब दिया था उससे ठाकरे परिवार बहुत खुश है। राज्य में विधान परिषद की 12 सीटों के लिए राज्यपाल कोटे से मनोनयन होना है। माना जा रहा है कि सरकार में शामिल तीनों पार्टियों- शिव सेना, एनसीपी और कांग्रेस को चार- चार सीटें मिलेंगी। शिव सेना अपने कोटे की चार में से दो सीटों पर फिल्मी हस्तियों को भेजने की तैयारी में है। उर्मिला मातोंडकर के अलावा एक दूसरे अभिनेता आदेश बंदेकर को एमएलसी बनाया जा सकता है। बाकी दो नामों पर कयास जारी है। एनसीपी के कोटे से एकनाथ खड़से के एमएलसी बनने और राज्य सरकार में कृषि मंत्री बनाए जाने की पकी खबर है। गौरतलब है कि खड़से हाल ही में भाजपा छोड़ कर एनसीपी में शामिल हुए हैं। उन्होंने कहा था कि उनके साथ भाजपा के तीन-चार विधायक भी पार्टी छोड़ेंगे पर अभी तक उनके अलावा किसी ने भाजपा से इस्तीफा नहीं दिया है।

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