प्लेसमेंट के नाम पर जो ठगे गए, याद कर छलक उठा उनका दर्द

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नोएडा, गाजियाबाद, दिल्ली और पटना में कार्य कर रहा गिरोह जो अब तक 3०० करोड़ से अधिक की ठगी कर चुका है। वह पकड़ा गया, लेकिन ऐसे छोटे-मोटे हजारों, लाखों गिरोह हैं जो गरीबों और बेरोजगारों का पैसा हड़प कर मौज कर रहे हैं। यह कोई पहला मौका नहीं है। हर साल या हम कहें हर महीने इस तरह के जालसाज पकड़े जाते हैं, लेकिन यह धंधा बंद नहीं होता। नये तरीके, नई चालाकियों के साथ एक नये क्लेवर में मौजूद रहता है। अभी जनवरी 2019 में अजय कोल्ला जो विजडम जॉब नामक बड़ी रिकू्र टमेंट फर्म का सीईओ था उसे 13 अन्य स्टाफ के साथ गिरफ्तार किया गया।

यह फर्म 2009 से कार्य कर रही थी और देश-विदेश में करीब 1 लाख से अधिक लोगों को इन्होंने अपना निशाना बनाया था। केवल सितंबर 2018 में इन्होंने 20 बेरोजगार लोगों से 2 करोड़ पये इकट्ठे किये थे, ओएनजीसी में नौकरी दिलाने के नाम पर। यह कोई नई बात नहीं है। क्योंकि देश में बेरोजगारी अब 7 प्रतिशत के ऊपर पहुंच चुकी है और यह ऐसे लोगों के लिए बहुत ही अच्छा मौक है कि इन बेरोजगारों को अपना निशाना बनायें। छोटे शहर और मझले शहर इनका निशाना होते हैं और यह देश ही नहीं बल्कि विदेशों में विशेषकर गल्फ में नौकरी दिलाने के बहाने 3 से 4 लाख रुपये हर व्यक्ति से ऐंठ लेते हैं।

अब विदेशी दूतावास भी लोगों को भारत में सावधान करने लगे हैं। अभी अप्रैल महीने में कतार दूतावास ने एक एडवाइजरी जारी की जिसमें उन्होंने कहा कि उनके कतार के पहचान पत्र के बगैर कोई भी लेनदेन न की जाये। जैसा कि बार-बार यह कहा जा चुका है कि यह कोई नई चीज नहीं है। इससे पहले अक्टूबर 2018 में ही 355 लोग असम स्कूलों में नौकरी देने के नाम पर ठगी का शिकार हुए। उत्तर प्रदेश जल निगम में एक बड़ा घोटाला नौकरी दिलाने का हुआ जब 122 इंजीनियर नौकरी के बर्खास्त कर दिये गये और साथ ही जल निगम के चेयरमैन आजम खान को अपनी गिरफ्तारी रोकने के लिए कोर्ट का सहारा लेना पड़ा। जून 2018 में कविनगर गाजियाबाद और इसी महीने हैदराबाद से इत तरह के कई लोग पकड़े गये। अब यह नोएडा का कांड और उसके बाद दिल्ली गाजियाबाद, पटना, मेरठ में जो इसके तार जुड़े तो यह भी एक बड़ा मामला अब खुलकर सामने आ रहा है।

कैसे बचें इन जालसाजों से

यह बड़ा प्रश्न है कि इन जालसाज गिरोहों से कैसे बचा जाये। इसके लिए एक सबसे बड़ा कदम है कि हम केवल उन्हीं वेबसाइटों या उन्ही जॉब पोर्टलों पर भरोसा करे जो किसी कंपनी से जुड़ी हैं या एनबेसी की लिस्ट में हैं। ऐजेंट या जॉब कासंलटेंट से बचें। दूसरा अपना बॉयोडाटा पोस्ट के हिसाब से ही भरें तता कभी भी किसी भी हालत में नौकरी पाने के लिए पैसों का सहाना न लें। अपने बैंक एकाउंट, क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड या बैंकिंग पासवर्ड को किसी भी हालात में न बतायें। अगर ई-मेल पर बात चल रही है तो उनके दिये हुए फोन नंबरों या या मोबाइल नंबरों पर बात करें तथा इस बात को हमेशा ध्यान में रखे कि अगर बड़े-बड़े वेतन या 70 से 80 प्रतिशत इंक्रीमेंट आपको देने की बात कह रहा है तो वह गलत हो सकता है। सबसे बड़ी बात यह है कि सोच-समझकर और देखभाल कर कार्य करें।

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