जो लोग पितृदोष से पीड़ित हैं उनके लिए लिंग पुराण में बताया है कि मार्गशीर्ष मास शुक्ल द्वितीया ( जो 03 दिसम्बर 2024 मंगलवार को है) पितृ पूजन का विधान है …. पितृ के लिए गीता का ७ वां अध्याय पढ़ें …लोटा में जल भरके रखें …. पाठ हो जाए तो सूर्य नारायण को वह जल चढा दें और बोलें — हमारे घर में जो कोई पहले गुजर गए हैं उनके लिए हम आज का गीता पाठ का पुण्य अर्पण करते हैं …. उनकी सद्गति हो ….दिव्य गति हो ….और हमारे घर में सुख शांति बढ़े ।