दिल्ली लाल : चार स्थानों पर जमकर बवाल

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नई दिल्ली। सीएए के खिलाफ उत्तर-पूर्वी दिल्ली के जाफराबाद और मौजपुर समेत चार इलाकों में मंगलवार को भी हिंसा का दौर जारी रहा। आगजनी और पथराव की अनगिनत घटनाएं हुईं। हिंसा में अब तक एक पुलिसकर्मी समेत कुल 11 लोगों की मौत हुई है और 200 से ज्यादा घायल हैं। एक चैनल के पत्रकार को भी गोली लगी है। अरबों की संपत्ति जलाकर राख कर दी गई है। चार इलाकों चांदबाग, करावल नगर, मौजपुर और जाफराबाद में कर्फ्यू लगाया गया है। देर शाम उत्तर पूर्वी दिल्ली में ताजा हिंसा के बाद दिल्ली यूपी बॉर्डर को सील कर दिया गया और उपद्रवियों को देखते ही गोली मारने के आदेश दे दिए गए। पीएफआई पर हिंसा फैलाने का शक है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने हालात से निपटने को उच्चस्तरीय बैठक बुलाई जिसमें दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने भी हिस्सा लिया। बैठक में पीस कमेटी फिर से सक्रिय करने का फैसला हुआ। केजरीवाल शांति के लिए राजघाट भी गए और जनता से शांति बनाए रखने की अपील की। उधर हिंसक घटनाओं को लेकर एक्टिविस्ट हर्ष मंदार ने दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दायर कर भड़काऊ बयान देने वाले नेताओं पर कार्रवाई की मांग की। मंगल को भी उपद्रव: दंगाइयों ने मंगलवार को मौजपुर, भजनपुरा, ब्रह्मपुरी और गोकलपुरी इलाके में पथराव किया।

मौजपुर मेट्रो स्टेशन के पास दो गुटों में झड़प के दौरान गोलियां चलीं। जाफराबाद में भी पुलिस को फायरिंग करनी पड़ी। बाद में करावल नगर रोड स्थित चांदबाग में हालात तब बिगड़ गए, जब उपद्रवियों ने पथराव शुरू कर दिया। करीब 50 मिनट तक यहां पथराव होता रहा और बड़ी तादाद में मौजूद पत्थरबाजों को रोकने के लिए महज 20 पुलिसकर्मी मौजूद थे। बाद में मौके पर पुलिस की टुकड़ी पहुंची। इस बीच, निगम पार्षद ताहिर हसन के दफ्तर में दंगाइयों ने आग लगा दी। उनके दफ्तर पर पेट्रोल बम से हमला किया गया। इसी दफ्तर की चार मंजिला इमारत की छत पर चढ़कर कई लोग पथराव कर रहे थे। पुलिस टीम ने दोनों गुटों से बातचीत की कोशिश की। करीब 10 मिनट के लिए दोनों पक्ष शांत भी हुए और पत्थरबाजी रुक गई, लेकिन बाद में फिर पथराव और आगजनी शुरू हो गई। महिलाएं भी उपद्रवी: मौजपुर चौक पर महिलाओं ने कई दुकानों में तोडफ़ोड़ की। इसी के साथ भीड़ ने मौजपुर ने ही एक घड़ी, एक एसी और जूते की दुकान में आग लगा दी। वहीं, प्रदर्शनकारियों ने करावल नगर रोड पर आग लगा दी है और किसी को आगे जाने नहीं दिया। ब्रह्मपुरी इलाके में भी फिर से पत्थरबाजी की, दो फायर ब्रिगेड को आग के हवाले कर दिया। इससे पहले रात 3 बजे तक उत्तर-पूर्वी दिल्ली में आग लगने की 45 कॉल आईं।

भीड़ ने नर्सिंग होम के बाहर लगे बिजली के खंभे को तोड़ दिया, जिससे कल्याण सिनेमा और घोंडा के कुछ इलाकों की बिजली चली गई। ब्रह्मपुरी इलाके में मंगलवार को पथराव के बाद आरएएफ के जवानों ने लैग मार्च किया। हिंसा प्रभावित उत्तरपूर्वी दिल्ली में मंगलवार को सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूल बंद रहे। बोर्ड और अन्य परीक्षाएं स्थगित की गईं। डीएमआरसी ने मंगलवार को 5 मेट्रो स्टेशन जाफराबाद, मौजपुर-बाबरपुर, गोकलपुरी, जौहरी एन्क्लेव और शिव विहार बंद रखे। पूर्वी दिल्ली स्थित ब्रह्मपुरी रोड पर सारी दुकानें बंद हैं, साथ ही सार्वजनिक सेवा बिल्कुल बंद है। लोग समूह बनाकर सड़क पर खड़े हैं। गोकुलपुरी इलाके में हुई हिंसा में घायल डीसीपी शाहदरा अमित शर्मा को होश आ गया है। उनकी रात को सर्जरी भी गई। फिलहाल उनकी हालत खतरे से बाहर है। मरने वाले नागरिकों के नाम शाहिद, मोहम्मद फुरकान, राहुल सोलंकी, नजीम, विनोद हैं, जबकि दो की पहचान नहीं हो पाई। 42 साल के विनोद की उसके बेटे मोनू के सामने पत्थर लगने से मौत हुई, जबकि मोनू भी इसमें घायल हुआ है। हिंसा प्रभावित इलाकों में अर्धसैनिक बलों की 35 कंपनियां तैनात की गई हैं। सीआरपीएफ की तैनाती कर दी गई है। उत्तर-पूर्वी दिल्ली के सभी 10 थाना क्षेत्रों में धारा 144 लागू है।

शहीद रतनलाल का पार्थिव शरीर भी पुलिस लाइन लाया गया और पूर्ण सम्मान से अंतिम संस्कार किया गया। दहशत का माहौल: दिल्ली के यमुनापार इलाके के लोगों को हिलाकर रख दिया। नॉर्थ ईस्ट दिल्ली के लोगों में तो दहशत का ऐसा माहौल है कि रात-दिन काटने मुश्किल हो रहे हैं। हिंसा प्रभावित इलाकों में सन्नाटा पसरा हुआ है। जो लोग रात को दंगे से बचकर अपने घरों को लौटे थे, वही जब सुबह फिर से घटनास्थलों पर पहुंचे, तो उन्हें बेहद खौफनाक मंजर दिखे। बाबरपुर बस टर्मिनल पर एक ऑटो खस्ता हालत में था और यहां तीन- चार बाइक इकी जल रही थीं। थोड़ा और आगे बढ़कर कबीर नगर इलाका आता है, जहां सुबह से ही दोनों ओर से पत्थरबाजी शुरू हो चुकी थी। यहां दंगाइयों के हाथों में कांच की बोतलें थीं,जिनमें पेट्रोल भरा हुआ था। सीलमपुर रोड नंबर- 66 पर कर्दमपुरी से बाबरपुर की ओर आने वालों से उनकी पहचान पूछकर दंगाई मारपीट करते भी दिखे। शाह ने की बैठक: अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के साथ बैठक की, जिसमें सुरक्षा समेत कई मुद्दों पर बात हुई। बैठक के बाद अरविंद केजरीवाल ने मीडिया से कहा कि अमित शाह ने भरोसा दिया है कि सुरक्षा बलों की कमी नहीं होने दी जाएगी। इसी के साथ अरविंद केजरीवाल ने यह भी कहा कि मिलकर दिल्ली में शांति बहाली का प्रयास करेंगे।

उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने ट्वीट कर सभी दिल्ली वासियों से शांति बनाए रखने की अपील की। हिंसा में सभी का नुकसान है। हिंसा की आग सभी को नुकसान पहुंचाती है। दिल्ली पुलिस की रिपोर्ट: हिंसा को लेकर दिल्ली पुलिस की ओर से गृह मंत्रालय को सौंपी गई रिपोर्ट में कहा गया है कि पर्याप्त सुरक्षा बल नहीं होने के चलते भीड़ को नियंत्रित नहीं किया जा सका। दिल्ली पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक ने हालांकि देर शाम इस बात का खंडन किया। उन्होंने कहा कि उनके पास पर्याप्त संख्या में सुरक्षा बल है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि गृह मंत्रालय को सौंपी गई रिपोर्ट में कहा गया है कि हिंसा प्रभावित इलाकों में सशस्त्र पुलिस के एक बटालियन (लगभग 1,000 ·र्मियों) को तैनात किया जा रहा है। एक अन्य अधिकारी ने बताया कि अर्धसैनिक बलों की कुल 35 कंपनियों में से 20 को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की यात्रा को देखते हुए पिछले तीन दिनों से दिल्ली की सुरक्षा में तैनात किया गया है। केजरी राजघाट गए: मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने राजघाट पर महात्मा गांधी की समाधि पर शांति की दुआ की। यहां से वह डीसीपी अमित शर्मा को देखने गए और साथ ही शहीद हेड कॉन्स्टेबल रतन लाल के परिवार से भी मिले।

इससे पहले मुख्यमंत्री केजरीवाल ने मंगलवार को सभी 70 विधायकों के साथ बैठक की। उन्होंने बताया कि हिंसा प्रभावित इलाकों में पुलिसबल की कमी है। विधायकों ने उन्हें बताया कि पुलिस ने वक्त पर कार्रवाई नहीं की, वे आला अधिकारियों के निर्देशों का इंतजार करते रहे। कई लोग दिल्ली में दूसरे राज्यों से आए थे। हिंसा में शामिल लोगों को पकडऩे के लिए दिल्ली के बॉर्डर को सील करने की जरूरत है। लोगों से शांति बनाए रखने की अपील करता हूं। सुप्रीम कोर्ट में याचिका: हिंसक प्रदर्शन का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। पूर्व अधिकारी वजाहत हबीबुल्लाह ने सुप्रीम में याचिका दायर कर दिल्ली में हुई हिंसा मामले में केस दर्ज करने की मांग की है। इस पर बुधवार को सुनवाई हो सकती है। गाजियाबाद से लगती दिल्ली सीमा सील: दिल्ली में जारी बवाल को देखते हुए देर शाम साहिबाबाद के भोपुरा-तुलसी निकेतन बॉर्डर को सील कर दिया गया। इसके बाद दिल्ली की तरफ जाने और गाजियाबाद की तरफ आने वाले वाहनों की पूरी तरह से एंट्री रोक दी गई है।

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