इस दशक में हम अंतरिक्ष में काफी कुछ नया देखने वाले हैं। अंतरिक्ष में बढ़ती हुई के बीच एक नया क्षेत्र भी उभर रहा है। वह क्षेत्र है अंतरिक्ष पर्यटन जो टूरिस्टों को एक दिन में 16 सूर्योदय और 16 सूर्यास्त देखने और भारहीनता को महसूस करने जैसे अनेक रोमांचक अनुभव प्रदान करेगा। वर्षों की अनिश्चितता के बाद अंतरिक्ष पर्यटन अब ऊंची उड़ान के लिए तैयार होता लग रहा है। 2020 में चार अमेरिकी कंपनियों ने लोगों को अंतरिक्ष ले जाने की योजना बनाई है। रिचर्ड ब्रैंसन की वर्जिन गैलेक्टिक और जेफ बेजोज की ब्लू ऑरिजिन टूरिस्टों को अंतरिक्ष के छोर पर ले जाएंगी जबकि बोइंग की सीएसटी-100 और इलोन मस्क की स्टारलाइनर प्राइवेट अंतरिक्ष यात्रियों को नासा की साझेदारी में बनाए गए कैप्सूलों में अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) पर ले जाएंगी। मस्क की कंपनी स्पेसएक्स ने तो 2023 तक चंद्रमा पर पेड ट्रिप भेजने की बातें भी शुरू कर दी हैं। नासा ने आईएसएस को पर्यटन के लिए खोलने का निश्चय किया है। पहले प्राइवेट मिशन की शुरुआत 2020 में हो सकती है। और स्पेसएक्स पर्यटकों को अंतरिक्ष स्टेशन पर पहुंचाने के लिए कैप्सूल विकसित कर रही हैं। ये कंपनियां प्राइवेट टूरिस्टों और उनसे जुड़ी सेवाओं को भी देखेगी। मिशन की शुरुआत साल में दो प्राइवेट ऐस्ट्रोनॉट फ्लाइट के साथ शुरू होगी।
प्रत्येक ट्रिप की अधिकतम अवधि 30 दिन होगी। हर ट्रिप पर 5 करोड़ डॉलर का खर्च आएगा। अंतरिक्ष स्टेशन पर पर्यटक द्वारा एकरात गुजारने पर नासा को 35,000 डॉलर मिलेंगे। नासा आईएसएस पर प्राइवेट अंतरिक्ष यात्रियों के साथ मिलकर नई व्यावसायिक गतिविधियां संचालित करेगी। बोइंग और स्पेसएक्स को व्यावसायिक गतिविधियों के लिए बोली लगाने की अनुमति दी जाएगी। अंतरिक्ष स्टेशन को संचालित करना नासा के लिए बहुत खर्चीला साबित हो रहा है, लिहाजा वह आईएसएस पर व्यावसायिक गतिविधियों को बढ़ावा देना चाहती है। पृथ्वी के इर्द-गिर्द कक्षा में व्यापार खड़ा करने के लिए अंतरिक्ष स्टेशन को आदर्श स्थल माना जा रहा है। कंपनियां इस जगह का उपयोग मेहमानों की मेजबानी के अलावा निर्माण, प्रयोगों और उत्पादों को विज्ञापति करने के लिए भी कर सकती हैं। अंतरिक्ष के छोर तक की उड़ानों के लिए 700 से अधिक लोगों ने वर्जिन गैलेक्टिक के टिकट खरीदे हैं जिसकी लागत गो लाख से ढाई लाख डॉलर के बीच है। प्रत्येक उड़ान में छह अंतरिक्ष यात्री होंगे जो ऊपर से पृथ्वी के अनोखे नजारे देखने के अलावा कई मिनट तक भारहीनता का अनुभव करेंगे। ब्लू ऑरिजिन ने भी 2020 में अपने रीयूजेबल रॉकेट की टिकटें बेचने की योजना बनाई है। वर्जिन की तरह यह भी अपने प्रत्येक उड़ान में 6 यात्रियों को ले जाएगी और वर्जिन जितना ही चार्ज रेगी।
ब्लू ऑरिजिन के यात्री कई मिनट तक रॉकेट के कैप्सूल में तैरने का आनंद ले सकेंगे। अंतरिक्ष पर्यटन की असीम संभावनाओं को देखते हुए कुछ कंपनियों ने अंतरिक्ष में होटेल बनाने की योजनाओं पर काम शुरू कर दिया है। ओरायन स्पान नामक एक कंपनी की योजना स ल रही तो तीन साल के बाद अंतरिक्ष के टूरिस्ट उसके ‘अरोरा स्टेशन’ पर जा सकेंगे। यह कंपनी 2021 तक अपना स्पेस होटेल लॉन्च करना चाहती है और 2022 तक उसमें मेहमानों को ठहराने का इरादा रखती है। ओरायन स्पान के संस्थापक और सीईओ फ्रैंक बंगर ने 2018 में अमेरिका के सैन जोस में आयोजित स्पेस 2.0 समिट में प्रस्तावित स्पेस होटेल की जानकारी दी थी। उन्होंने कहा था कि यह एक आलीशान होटेल होगा और उसमें ठहरना ‘वहन योग्य’ होगा। अरोरा स्टेशन पर 12 दिन रहने का खर्च 95 लाख डॉलर आएगा। यह कोई मामूली रकम नहीं, फिर भी पिछले अंतरिक्ष पर्यटकों द्वारा ढीली की गई रकम से कुछ कम जरूर है। 2001 से 2009 तक सात अंतरिक्ष पर्यटकों ने आईएसएस पर कुल आठ ट्रिप पर प्रत्येक बार 2 करोड़ से 4 करोड़ डॉलर खर्च किए थे।
इन प्राइवेट मिशनों का प्रबंध वर्जीनिया की स्पेस एडवेंचर्स कंपनी ने किया था। यात्रियों को आईएसएस तक पहुंचाने के लिए रूसी सोयूज रॉकेटों की मदद ली गई थी। अमेरिकी अरबपति डेनिस टीटो 2001 में पहले अंतरिक्ष टूरिस्ट बने। उन्होंने आईएसएस पर पहुंचने के लिए दो करोड़ डॉलर खर्च किए थे। बंगर का कहना है कि अरोरा स्टेशन मॉड्यूलर होगा और उसकी स्थापना के लिए स्पेसवाक जैसी गतिविधियों की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। कंपनी खुद ह्यूस्टन में अरोरा स्टेशन का निर्माण कर रही है। इधर स्पेस होटल की रेस में एक और कंपनी शामिल हो गई है। गेटवे फाउंडेशन नामक यह कंपनी 2025 तक अपना स्पेस होटेल बनाना चाहती है। ‘फॉन ब्राउन रोटेटिंग स्पेस स्टेशन’ नामक इस होटेल में पर्यटकों को ठहराने के अलावा वैज्ञानिक प्रयोग भी किए जाएंगे। यह स्पेस स्टेशन मुगयत: आईएसस की टेक्नॉलजी के आधार पर ही बनाया जाएगा लेकिन इसमें 190 मीटर व्यास का एक पहिया भी होगा जिसके घूमने से चंद्रमा जैसी गुरुत्वाकर्षण शक्ति पैदा होगी। इसकी वजह से होटल में प्रवास ज्यादा आनंददायक होगा।
मुकुल व्यास
(लेखक वरिष्ठ स्तंभकार हैं ये उनके निजी विचार हैं)