मेरठ और आसपास के जिलों में उमस भरी गर्मी पडऩी शुरू हो गई है। मौसम विभाग के अनुसार जुलाई माह के पहले सप्ताह में ही मध्यम दर्जे की बारिश होने की संभावना जताई जा रही है। वहीं तापमान भी अब बढऩे लगा है। मौसम विभाग के अनुसार, 29 जून से मानसून के ब्रेक स्पेल में प्रवेश करने से 4 जुलाई तक कम बारिश के आसार हैं। इस बीच तापमान बढ़कर 38 से 40 पार पहुंचने की उम्मीद जताई जा रही है। उमस भरी गर्मी लोगों को परेशान करने लगी है। रविवार सुबह से ही उमस भरी गर्मी से लोग परेशान होने लगे हैं। मानसून की रतार को देखते हुए अनुमान लगाया जा रहा था कि इस बार वेस्ट यूपी में मानसून 28 जुलाई के बीच में दस्तक दे सकता है। लेकिन मानसून की रतार बढऩे व 29 जून से मानसून ब्रेक स्पेल में प्रवेश करने से 4 जुलाई तक कम बारिश के आसार हैं। बारिश नहीं होने के कारण लगातार उमस व तापमान में वृद्घि दर्ज की जा रही है। जिस कारण उमस वाली गर्मी शुरू हो गई है।
मेरठ मौसम कार्यालय के अनुसार, 4 जुलाई तक बारिश कम होने के कारण पारा 39 व 40 पार पहुंचने की संभावना है। मौसम विशेषज्ञ डॉ. एन सुभाष का कहना है कि अभी गर्मी परेशान करेगी। मौसम शुष्क बना रहने के कारण पारा बढ़कर 40 पार पहुंच जायेगा। 5 जुलाई के बाद मौसम में परिवर्तन आने की संभावना है। शनिवार को मेरठ मौसम कार्यालय पर दिन का अधिकतम तापमान 36.0 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान 22.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। अधिकतम आद्र्रता 72 व न्यूनतम आद्र्रता 51 प्रतिशत दर्ज की गई। हवा 4 से 5 किमी प्रतिघंटा दर्ज की गई। बढऩे लगा प्रदूषण शनिवार को एक्यूआई का स्तर बढ़कर 162 पहुंच गया। जिस कारण मेरठ की हवा फिर से दूषित होने लगी है। वहीं, गा?जियाबाद का 166, मुजफरनगर का 173 एक्यूआई दर्ज किया गया। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि जब एक्यूआई कम था तो उस समय लॉकडाउन लगा था। लेकिन अब वाहनों का आवागमन शहर और मुख्य मार्गों पर लगातार बढ़ रहा है। इसके कारण हवा में प्रदूषण बढऩे लगा है।