गीता सार

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हम अपने साथ न कुछ लाये थे और न ही हमने कुछ उत्पन्न किया। जो भी हमने लिया। यहीं से लिया, और जो हमने दिया, यहीं से दिया। हम खाली हाथ आये थे और हमें खाली हाथ ही चले जाना है जो आज हमारा है वो कल किसी और का होगा। उसे अपना समझकर खुश होने से कोई लाभ नहीं। परिवर्तन इस संसार का नियम है।

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