अमेरिका में अंजाम तक पहुंचा ‘मी टू’ अभियान

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कोरोना वायरस के बाद इस दुनिया में जो सबसे चर्चित नाम है वह दुनिया के जाने माने फिल्म निर्माता हार्वी विंस्टीन का है। पूरी दुनिया में इस व्यक्ति के कारण महिलाओं के साथ यौनाचार करने के मामले में ‘मी टू’ अभियान की शुरुआत हुई थी। इस 68 वर्षीय अमेरिकी फिल्म निर्माता ने अपने भाई बॉब विंस्टीन के साथ मिल कर 1975 में फिल्म निर्माण कंपनी मीरामैक्स शुरू की थी। उसने कंपनी का नाम अपने माता पिता के नाम पर रखा गया। उसने ‘शेक्सपियर इन लव’ और ‘पल्प फिक्शन’ सरीखी बहुचर्चित फिल्म बनाई, जिन्हें ऑस्कर पुरस्कार व ग्रैमी जैसे अवार्ड प्रदान किए गए। उसने 2005 में अपने भाई के साथ मिल कर एक जाना माना फिल्म स्टूडियो द विंस्टीन कंपनी बनाया। उसके पिता हीरे जवाहरात तराशने का काम करते थे। वह यहूदी था व बात बात पर अपने साथियों व अधीनस्थ लोगों के साथ लड़ पड़ता था।

माता मरियम व पिता मैक्स विंस्टीन के नाम पर बनाई यह कंपनी काफी सफल रही तो उसने भाई के साथ मिल कर द विंस्टीन कंपनी, टीडब्लुसी की स्थापना की। दोनों भाइयों ने 30 सितंबर 2005 को पुरानी कंपनी छोड़ कर कुछ साथियों के साथ मिल कर टीडब्लुसी कंपनी बनाई थी। उन पर पुरानी कला फिल्मों में हेरफेर कर उन्हें फिर से तैयार करने के आरोप लगाए गए थे। विंस्टीन ने 2009 में एक किशोरी को नशा करा कर उसके साथ सेक्स करने के आरोप में फंसे फिल्मकार पोलांस्की को सजा दिए जाने के लिए प्रत्यर्पित किए जाने की अमेरिकी कोशिश का विरोध किया। वह गरीबी, एड्स व मधुमेह सरीखी विषयों में विशेष रुचि रखता था। वह डेमोक्रेटिक पार्टी को चंदा देता था।

मगर पांच अक्टूबर 2017 को उसका बुरा समय तब शुरू हुआ, जब अमेरिकी अखबार न्यूयार्क टाइम्स ने उसके बाद अभिनेत्री रोज मैकगाउन, एशली जूड को सेक्स के लिए परेशान करने के आरोप छापे। उनका कहना था कि दशकों पहले विंस्टीन ने उनसे इस क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए मसाज करने और नग्न देखने के लिए कहा था। इस पर विंस्टीन ने तीन दशक पहले किए गए अपने इस आचरण के लिए माफी मांगी व अपनी कंपनी से छुट्टी पर चले जाने की बात कही। मगर आठ अक्टूबर को उसमें कंपनी के प्रबंध बोर्ड ने उसे दुराचरण के आरोप में बोर्ड से हटा दिया गया।

इसके चंद दिनों बाद ब्रिटिश अभिनेत्री रोमोला गरार्ड ने गार्जियन अखबार को बताया कि जब वह 18 साल की थी तब विंस्टीन ने उससे अपने होटल के कमरे में सेक्स किया था। चंद दिनों बाद 10 अक्टूबर को न्यूयार्कर पत्रिका में 13 और महिलाओं ने उस पर बलात्कार करने के आरोप लगाए मगर विंस्टीन ने इन आरोपों से इनकार कर दिया। उन सबका का कहना था कि विंस्टीन ने उनके साथ जबरदस्ती सेक्स किया। यह खुलासा होने पर विंस्टीन की पत्नी जार्जिया ने उससे अलग हो जाने का ऐलान किया। उसका कहना था कि वह अपने बच्चों के भविष्य के लिए ऐसा कर रही है।

इसके बाद अमेरिका व ब्रिटेन की पुलिस ने उसके द्वारा दशकों पहले किए गए सेक्स अपराधों की जांच शुरू कर दी। असली समस्या तब पैदा हुई जब फिल्मों के ऑस्कर अवार्ड देने वाले संगठन ने विंस्टीन को निकालने का ऐलान किया। तब टाइटेनिक की हीरोइन केट विंसलेट ने कहा कि जब उन्हें ऑस्कर अवार्ड मिला तो उसकी घोषणा होने के पहले विंस्टीन ने उनसे कहा था कि अगर तुम्हें अवार्ड मिल तो तुम इसके लिए मुझे धन्यवाद देना। इस बीच करीब 80 अभिनेत्रियों ने आगे आकर उसके खिलाफ अपना शारीरिक शोषण करने के आरोप लगाए। वे दुनिया के विभिन्न देशों से थीं।

विंस्टीन को 25 मई 2018 को बलात्कार व दूसरे सेक्स अपराधों के कारण न्यूयार्क से गिरफ्तार किया गया। उसे अदालत की जूरी ने सेक्स अपराध का दोषी पाया। दो अन्य जघन्य अपराधों के आरोपों जैसे बच्चों के साथ सेक्स करने से बरी कर दिया। इस जूरी में सात पुरुष व पांच महिलाएं थी। उन्होंने अपने फैसला सुनाने में पांच दिन लगाए। उस पर 2013 में न्यूयार्क के एक होटल में एक महिला के साथ बलात्कार करने का आरोप सही माना हालांकि इस महिला का नाम छिपा दिया गया।

जूरी ने 24 फरवरी को अपना फैसला सुनाने के बाद उसे हथकड़ी लगा कर जेल भिजवा दिया। अब 11 मार्च को उसकी सजा सुनायी जाएगी। दोबारा गिरफ्तार होते ही उसने भारतीय अपराधियों की तरह से दिल में दर्द होने का बहाना बनाया व उसे अस्पताल ले जाया गया। विंस्टीन के विरोधी उस पर अपने पैसे व हैसियत का दुरुपयोग कर मामले को प्रभावित करने के आरोप लगाते आए हैं। पर उनका कहना है कि कोई भी ताकत या प्रभाव उन्हें चुप नहीं कर सकती। अमेरिका के इस मूवी मुगल ने अपनी विभिन्न फिल्मों में 81 ऑस्कर अवार्ड बटोरे थे। मैनहट्टन व लास एंजिलिस में अरबपति की जिदंगी बिताने वाला यह वीआईपी अब अपनी बाकी जिंदगी न्यूयार्क की जेल में बिताएगा। उसके कारण छेड़े गए ‘मी टू’ अभियान ने इस मामले को निर्णायक स्थिति तक पहुंचने में अहम भूमिका अदा की। विंस्टीन अपने शिकार का चयन उसकी मजबूरी व जरूरत का आकलन करके करता था।

(लेखक विवेक सक्सेना वरिष्ठ पत्रकार हैं ये उनके निजी विचार हैं )

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