13 दिसम्बर 2021 सोमवार को रात्रि 09:33 से 14 दिसम्बर, रात्रि 11:35 तक एकादशी है । 14 दिसम्बर, मंगलवार को एकादशी का व्रत (उपवास) रखें । यह बड़े भारी पापों का नाश करनेवाला व्रत है। कहते हैं कि मोक्षदा एकादशी के दिन व्रत के समय व्रत कथा का पाठ अवश्य करना चाहिए. ऐसा करने समस्ता पापों से छुटकारा मिलता है और पापों से मुक्ति मिलती है नीच योनि में पड़े पितर भी इसके पुण्यदान से मोक्ष पाते हैं
मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी को मोक्षदा एकादशी (Mokshada Ekadashi 2021) के नाम से जाना जाता है. हिंदू धर्म में मोक्षदा एकादशी का विशेष महत्व है। कहते हैं कि इस दिन व्रत और पूजा आदि करने से व्यक्ति को मोक्ष की प्राप्ति होती है। और इस जन्म में सभी पापों का नाश होता है। मान्यता है कि आज के दिन ही भगवान श्री कृष्ण (Lord Shri Krishna) ने कुरूक्षेत्र में अर्जुन को गीता का ज्ञान दिया था। इस दिन गीता जयंती भी मनाई जाती है. बता दें कि इस साल मोक्षदा एकादशी और गीता जयंती 14 दिसंबर (Gita Jayanti 2021) को मनाई जाएगी।