18 जून, 1960 को प्रभात में छपी खबर जिसकी हैडलाइन थी। “मेरठ में दूध का अकला जिले से बाहर न भेजा जाय” पश्चिमी उत्तर प्रदेश जिसमें यह कहावत है कि यहां दूध-दही की नदियां बहती हैं, लेकिन हैरानी है कि उस समय दूध में मिलावट को लकेर हेडलाइन बनी। आज भी मिलीवट को लेकर सब परेशान, फर्क सिर्फ इतना कि उस समय दूध 40 रुपये मन (40 रुपये का 40 सेर) था। अब अच्छा दूध 55 रुपये किलो है, लेकिन पानी व मिलावट का डर अब भी बरकरार है? अंक है प्रभात 18 जून, 1960 का।।
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