कोरोना की चिंता के बीच कुंभ मेले में पहुंचेंगे लाखों श्रृद्धालु

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श्रृद्धालुओं की गंगा डुबकियां गिनेगी पुलिस,पुलिस सूचना केंद्र से तीन डुबकी लगाने के लिए अनाउंसमेंट करेगी,हरिद्वार पहुंच रही भीड़ के कारण गंगा घाटों पर डुबकी लगाने के नियम बदल दिए गए हैं, नए नियम के बाद अब यहां सिर्फ तीन ही डुबकियां लगाई जा सकेंगी

उत्तराखंड के पवित्र शहर हरिद्वार में इस बार कुंभ मेले का आयोजन हो रहा है। आने वाले 7 हतों के दौरान मेले में कई लाख लोगों के पहुंचने की उमीद की जा रही है। कुंभ मेले की शुरूआत से पहले बुधवार को कोरोना वायरस की आशंका को दरकिनार करते हुए हिंदू तीर्थयात्रियों ने पवित्र गंगा नदी में स्नान किया। कुंभ मेले में शामिल होने के लिए लाखों श्रद्धालु पहुंचते हैं। कुंभ मेले के आयोजक सिद्धार्थ चक्रपाणी ने कहा कि कोरोना महामारी की चिंता है, लेकिन हम सभी सावधानियां अपना रहे हैं। चक्रपाणी ने कहा कि अकेले चार दिन में ही करीब 8 से 10 लाख श्रद्धालु पहुंचेंगे। मुझे विश्वास है कि मां गंगा सबकी सुरक्षा करेंगी। हिंदू मान्यताओं के अनुसार अमृत कुंभ की कुछ बूंदें भारत के चार पवित्र स्थानों पर गिरीं थीं, जहां क्रमानुसार कुंभ मेले का आयोजन होता है, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं। इसे यूनेस्को ने 2017 में सांस्कृतिक विरासत घोषित किया था। इलाहाबाद में 2019 में आयोजित पिछले कुंभ में करीब 5.5 करोड़ श्रद्धालु पहुंचे थे। इस बार कुंभ का आयोजन हरिद्वार में हो रहा है और यहां भी लाखों लोगों के पहुंचने की आशा है। दुकानदारों ने भी नदी के किनारे अपनी दुकानें सजा ली। वहीं कई परिवार भी यहां ठहरे हुए हैं। इनमें से अधिकतर लोग कोरोना वायरस की आशंका से बेखबर दिखे।

दूसरी ओर कोलकाता के गंगासागर में होने वाले धार्मिक समारोह में 15,000 लोगों के पहुंचने की उमीद की जा रही है। भारत में जीवन धीरे-धीरे सामान्य हो रहा है, लेकिन विशेषज्ञों ने कोरोना वायरस की नई लहर से सतर्क होने की चेतावनी दी है। स्नान की नई व्यवस्था लागू की गई है हरिद्वार कुंभ मेला में भीड़ को व्यवस्थित रखने के लिए स्नान की नई व्यवस्था लागू की गई है। पुलिस ने माना कि गंगा घाटों पर बुड़की लगाने वाले लोगों को ज्यादा देर रोकना यहां भीड़ को बेकाबू करने को न्योता देना है। इसी के तहत अब यहां पहुंचने वाले सभी श्रद्धालु गंगा स्नान कर पुण्य कमा सकें इसके लिए नई व्यवस्था लागू की है। इस व्यवस्था के तहत हरकी पैड़ी और आसपास के गंगा घाटों में स्नान करने वाले श्रद्धालु तीन ही डुबकी लगा सकेंगे। इसके बाद श्रद्धालुओं को गंगाजी से बाहर आना होगा, ताकि हरकी पैड़ी स्नान को पहुंच रहे प्रत्येक श्रद्धालु स्नान कर सकें। पुलिसकर्मी सीढिय़ों पर ही तैनात रहकर लोगों को इस बात की जानकारी भी देंगे। संक्रांति के साथ ही हरिद्वार कुंभ में डुबकी लगाने वालों की भीड़ पहुंचने लगती है। यहां पूरी दुनियाभर से लोग पहुंचते हैं। इसी कारण सुरक्षा के लिहाज से संवेदनशील हरकी पैडी पर स्नान करना किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं है। बताते हैं कि यहां हर पांच मिनट में हरकी पैडी पर 10 हजार लोग स्नान कर सकते हैं।

कुछ पर्व स्नान पर इतनी भीड़ उमड़ती है कि हरकी पैड़ी और आसपास के घाट फुल हो जाते हैं। लगातार भीड़ आने से यहां के घाट लबालब भर जाते हैं जिस कारण हरकी पैड़ी पर दबाव बन जाता ह। बीते साल सोमवती अमावस्या के स्नान पर यह सब देखने को मिला था। भीड़ काबू करने बनी योजना: कुंभ में दोबारा डुबकी लगाने वालों की भीड़ काबू से बाहर न हो इसके लिए तीन डुबकी लगाने की योजना बनाई जा रही है। तीन डुबकियों से ज्यादा लगाने वालों पर पुलिस फोकस करेगी। यह इसलिए किया जा रहा है ताकि भीड़ न हो और हरकी पैड़ी पर हर कोई स्नान कर सकें। कहा जाता है कि तीन डुबकी लगाने से तीनों लोकों का फल मिल जाता है। यह व्यवस्था पिछले कुंभ के अनुभव को देखकर की गई है। पिछले कुंभ के लिए कहा जाता है कि उस वक्त इतनी भीड़ उमड़ गई थी कि लोगों को हरकी पैड़ी जाने तक नहीं दिया गया था। जो लोग हरकी पैड़ी पहुंचे थे उन्हें भी भागमभाग में स्नान करना पड़ा था। आईजी मेला संजय गुंज्याल ने बताया कि अब पुलिस सूचना केंद्र से तीन डुबकी लगाने के लिए अनाउंसमेंट करेगी। हरकी पैड़ी के अलावा भीड़ वाले गंगा घाटों में भी यही व्यवस्था की जाएगी। इसके लिए लोगों को जागरूक किया जा रहा है।

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