सार गीता का सार By admin - November 1, 2020 0 278 Share Facebook Twitter Google+ Pinterest WhatsApp क्रोध से भ्रम पैदा होता है भ्रम से बुध्दि व्यग्र होती है तब तर्क नष्ट हो जाता है। जब तर्क नष्ट होता है क्रोध का परित्याग करना ही बुध्दिमत्ता है।