गीता का सार

0
170

तुम्हारा क्या गया, जो तुम रोते हो। तुम क्या लाए थे, जो तुमने खो दिया। तुमने क्या पैदा किया था, जो नाश हो गया । न तुम कछ लेकर आए, जो लिया यहीं से लिया है। इसी से लिया।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here