चुनाव संभलकर ही करें

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कोर्ट की वर्चुअल सुनवाई के दौरान एक वकील के धूम्रपान करने से नाराज़ होकर, गुजरात हाईकोर्ट के जस्टिस ए.एस. सुपेहिया ने गुरुवार को वकील पर 10 हजार रु. का जुर्माना लगाया और ‘गैर-जिम्मेदाराना आचरण’ के लिए खिंचाई की। अहमदाबाद के वकील अपनी कार के अंदर बैठकर अदालत की कार्यवाही में शामिल हुए थे। वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए हो रही सुनवाई में वकील धूम्रपान करते दिखे। इससे जज खफा हो गए और कहा, ‘एक अधिवक्ता से यह उम्मीद नहीं की जाती कि वह सुनवाई के दौरान कार में बैठकर स्मोकिंग करे।

सुनवाई में शामिल वकीलों को कम से कम डिजिटल डेकोरम बनाए रखने की जरूरत है, ताकि कार्यवाही के साथ-साथ संस्थान की महिमा और गरिमा बरकरार रहे।’ हाईकोर्ट ने कहा कि अब से वकीलों को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए सुनवाई में अपने घर या दफ्तर से शामिल होना चाहिए और उन्हें व्यवस्थित तरीके से बैठकर गरिमापूर्ण आचरण करना चाहिए।

इस घटना ने मुझे मेरे पैरेंट्स और ग्रैंड पैरेंट्स के मंदिर के ड्रेस कोड को याद दिला दी। आपको याद है कि वे हमें मंदिर जाते समय हमेशा साधारण कपड़े पहनने की सलाह देते थे? ऐसा इसलिए था क्योंकि वे चाहते थे कि हमारा ध्यान भगवान और भक्ति पर रहे ना कि वहां आने वाले अन्य भक्तों की हम पर पड़ रही नजर से हमारा ध्यान भटके। मेरी मां कहा करती थीं कि ‘दूसरों का ध्यान प्रार्थना से तुम्हारे कपड़ों की ओर भटकाकर तुम उनका और ज्यादा नुकसान कर रहे हो, कपड़ों पर तुम्हारे ध्यान का ही नतीजा है कि तुम्हारा बर्ताव भी बदल जाता है।’

अब जल्दी से 2020 पर आएं। ऑनलाइन इंटरव्यूज़ के दौर में जॉब इंटरव्यूज़ में आपका स्वागत है। उस एक क्षण में, जिसमें हममें से अधिकांश लोग कहीं नहीं जा सकते, कई लोग अभी भी नौकरी बदल रहे हैं। हाल ही में मेरे एक मित्र की बेटी एक फैशन हाउस के लिए इंटरव्यू की तैयारी कर रही थी। उसने कंपनी के हालिया अधिग्रहण (उपलब्धियों) पर शोध किया, संभावित सहयोगियों के लिए सवाल तैयार किए और अपना आउटफिट प्लान किया।

इंटरव्यू के दिन उसने फॉर्मल कपड़े ब्लेज़र, शीथ ड्रेस, मेकअप और बहुत कम ज्वैलरी पहनी। पर उसने एक गलती यह कर दी कि हाई हील्स के बजाय घर की फज़ी (फर वाली) स्लिपर्स पहनीं। जब साक्षात्कारकर्ता मॉडल्स के रैंप वॉक के सवाल पर पहुंचा, तो उसने बहुत अच्छे तरीके से तर्क कर बताया कि नई वॉक स्टाइल कैसी होनी चाहिए। पर जब साक्षात्कारकर्ता उसका तर्क नहीं समझ सका, तो उसने बिना इस बात का अहसास किए कि वह स्लीपर्स पहने है, स्वेच्छा से वॉक करके दिखाई!

जब कैमरा उसके कमरे का वाइड लुक देने के लिए सैट किया गया, तो बैकग्राउंड में उसके लॉन्ड्री के लिए रखे कपड़े दिख रहे थे। लैपटॉप कैमरा को नजदीक रखने के लिए उसने इसे एक के ऊपर रखीं किताबों पर रखा था। उस समय साक्षात्कारकर्ता ने कुछ नहीं कहा और बाद में किसी कारण का जिक्र किए बिना एक खेद पत्र भेज दिया।

जॉब खोज रहे लोगों को मेरी सलाह है कि इंटरव्यू से पहले टेस्ट कर लें कि कैमरे में कैसे दिख रहे हैं, चूंकि रुखे होंठ साफ दिखते हैं इसलिए अंतिम क्षण से पहले टच-अप के लिए पास में लिप बाम व हेयरब्रश रखें और सुनिश्चित करें कि आपके पास नोटबुक, पैन और एक गिलास पानी रखा हो। साक्षात्कारकर्ता आपकी तैयारी की सराहना करते हैं! फंडा यह है कि आपके सही वर्चुअल व्यवहार में एक्सेसरीज़ और जगह मायने रखती है, इसलिए अगर कॅरिअर बदलना चाहते हैं तो इनका चुनाव संभलकर करें।

एन. रघुरामन
(लेखक मैनेजमेंट गुरु हैं, ये उनके निजी विचार हैं)

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