रविवार को गणतंत्र दिवस परेड में ब्राजील के राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो मुख्य अतिथि थे। वे गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि के तौर पर आमंत्रित तीसरे ब्राजीली राष्ट्रपति हैं, उनसे पहले 1996 में फर्नांडो हेनहिक कारडोसो और 2004 में लूला डीसिल्वा गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि बने थे। बोल्सोनारो के भारत आने से पहले ही उनके दौरे को लेकर विवाद खड़ा हो गया था। सोशल मीडिया पर उनके खिलाफ कैंपेन चला। खुद बोल्सोनारो कई बार अपने आलोचकों के लिए विवादास्पद बयान देकर इन आरोपों को सही साबित करते हैं। अपनी नीतियों और सोशल मीडिया में ट्रम्प को फॉलो करने की वजह से उन्हें 2018 में अमेरिकी महाद्वीप का ट्रम्प कहा गया था। बोल्सोनारो सिर्फ नीतियों में ही नहीं, बल्कि विवादास्पद बयानों के मामले में भी ट्रम्प के काफी करीब माने जाते हैं। दोनों को महिलाओं के प्रति नफरत और विवादित नजरिया रखने वाला नेता माना जाता है।
नजर डालते हैं बोल्सोनारो के ऐसे कुछ बयानों पर जिन पर विवाद पैदा हुआ है…1999 में ब्राजील के तत्कालीन राष्ट्रपति फर्नांडो हेनरिक कार्डोसो की आलोचना करते हुए बोल्सोनारो ने कहा था, चुनाव में वोटिंग से देश में कुछ नहीं बदलेगा। असल बदलाव तभी आ सकता है अगर ब्राजील में गृहयुद्ध छिड़ जाए और उसमें राष्ट्रपति फर्नांडो के साथ 30,000 लोगों की मौत हो जाए। ब्राजील में चली सैन्य तानाशाही की तारीफ करते हुए बोल्सोनारो ने 1999 में कहा था, 1964-85 के बीच पूरे सिस्टम में एक ही कमी रही कि तब लोगों को मारने के बजाय सिर्फ टॉर्चर किया जाता था। लेकिन मैं टॉर्चर के पक्ष में हूं और लोग भी अपराधियों के टॉर्चर के पक्ष में हैं। 2004 में एक बार फिर बोल्सोनारो ने टॉर्चर का पक्ष लिया, ब्राजील की जेलें बेहतरीन जगह हैं। वे इसलिए बनाई गई हैं, ताकि अपराधी अपने पाप का हिसाब दे सकें, न कि एक स्पा की तरह यहां शान से अपनी जिंदगी काटें।
जो लोग दुष्कर्म, अपहरण और हत्या जैसे काम करते हैं, उन्हें सजा मिलेगी, वे यहां छुट्टी के कैंप पर नहीं हैं। 2014 में महिला सांसद मारिया डो रोजारियो ने बोल्सोनारो को दुष्कर्म को बढ़ावा देने वाला नेता बताया, इस पर उन्होंने संसद में कहा, मैं तुम्हारे साथ कभी दुष्कर्म नहीं करूंगा, क्योंकि तुम इसके लायक नहीं हो। मैं दुष्कर्मी नहीं हूं, लेकिन अगर होता भी तो रोजारियो के साथ दुष्कर्म नहीं करता, क्योंकि वह काफी गंदी दिखती है और मेरे टाइप की नहीं है। 2011 में प्लेबॉय मैगजीन को दिए इंटरव्यू में समलैंगिकों पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा, अगर मेरा बेटा समलैंगिक होता, तो शायद में उसे प्यार न कर पाता। अपने बेटे को एक मूछों वाले आदमी के साथ देखने के बजाय मैं उसका एसिडेंट में मर जाना पसंद करता। 2017 में एक भाषण के दौरान बोल्सोनारो ने कहा कि ब्राजील में जिन जगहों पर अश्वेत लोग रहते हैं, वे अश्वेत गुलामों के वंश से हैं। वे कुछ नहीं करते। वे अब वंश बढ़ाने के मामले में भी बेकार हैं।
2019 में बोल्सोनारो के एक समर्थक ने फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों की 66 साल की पत्नी ब्रिजेट की ब्राजील के राष्ट्रपति की 36 साल की पत्नी मिशेल रेनाल्डो से तुलना की। इस पर बोल्सोनारो ने समर्थक का पक्ष लेते हुए कहा, उसे (मैक्रों) शर्मिंदा न करें। 2017 में एक इंटरव्यू में बोल्सोनारो ने कहा, अफ्रीकी मूल के ब्राजीली चौपाया जानवरों की तरह हैं। पूरी दुनिया का कचरा अब ब्राजील आने लगा है, जैसे हमारे पास पहले से ही सैकड़ों समस्याएं नहीं थीं। 2019 में राष्ट्रपति चुनाव के लिए अभियान के दौरान, चुनाव नतीजे तब तक नहीं माने जाएंगे, जब तक मैं जीत नहीं जाता। हम लेफ्ट पार्टी के कार्यकर्ताओं को मार देंगे। उन्हें या तो देश छोडऩा पड़ेगा या जेल में रहना पड़ेगा। मैं पूरी सिविल सोसाइटी के खिलाफ काम करूंगा और आलोचना करने वाली मीडिया को सजा दिलवाउंगा। ब्राजील से सारा एटिविज्म खत्म कर दूंगा। बोल्सानारो देश के भूमि विहीन किसान संघ को आतंकी घोषित करने की धमकी भी दे चुके हैं।
दीप्ति सिंह
(लेखिका पत्रकार हैं ये उनके निजी विचार हैं)