⛅ दिनांक – 13 मई 2022
⛅ दिन – शुक्रवार
⛅ विक्रम संवत – 2079 (गुजरात-2078)
⛅ शक संवत -1944
⛅ अयन – उत्तरायण
⛅ ऋतु – ग्रीष्म ऋतु
⛅ मास – वैशाख
⛅ पक्ष – शुक्ल
⛅ तिथि – द्वादशी शाम 05:27 तक तत्पश्चात त्रयोदशी
⛅ नक्षत्र – हस्त शाम 06:48 तक तत्पश्चात चित्रा
⛅ योग – वज्र शाम 03:42 तक तत्पश्चात सिद्धि
⛅ राहुकाल – सुबह 10:57 से दोपहर 12:35 तक
⛅ सूर्योदय – 06:02
⛅ सूर्यास्त – 19:07
⛅ दिशाशूल – पश्चिम दिशा में
⛅ व्रत पर्व विवरण – परशुराम- रुक्मिणी द्वादशी,प्रदोष व्रत
💥 विशेष – द्वादशी को पूतिका(पोई) अथवा त्रयोदशी को बैंगन खाने से पुत्र का नाश होता है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)
💥 स्कंद पुराण के अनुसार द्वादशी के दिन बिल्ववृक्ष का पूजन करना चाहिए। इससे ब्रह्महत्या आदि महापाप भी नष्ट हो जाते हैं।