सुखी जीवन के लिए दूसरों के धन और सुख को देखकर जले नहीं

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हिन्दू धर्म में कुल 18 पुराण बताए गए हैं। इनमें गरुड़ पुराण का विशेष महत्व है। इस पुराण में सुख और शांति बनाए रखने के लिए कई नीतियां बताई गई हैं। अगर इन नीतियों का पालन किया जाता है तो हमारी कई परेशानियां दूर हो सकती हैं। घर-परिवार में सुख- शांति बनी रहती है। उज्जैन के भागवत कथाकार पं. मनीष शर्मा के अनुसार गरुड़ पुराण के नीतिसार में 4 ऐसे क म बताए हैं, जिन्हें भूलकर भी नहीं करना चाहिए, वरना परेशानियां बढ़ती हैं…

घमंड न करें

कुछ लोगों को अपने पद और धन का घमंड हो जाता है, इस घमंड के कारण वे दूसरों को नीचा समझने लगते हैं। ऐसे लोग समय-समय पर दूसरों को नीचा दिखाने में भी चुकते नहीं हैं। इस काम की वजह से दूसरों को पीड़ा पहुंचती है। किसी भी प्रकार दूसरों को दुख देना पाप माना गया है, इसीलिए इस आदत को छोड़ देना चाहिए।

दूसरों से जलना नहीं चाहिए

अधिकतर लोगों दूसरों की सफलता और सुख-सुविधा देखकर जलते हैं। इसकी वजह से मानसिक तनाव बढ़ाता है। जो चीजें हमारे पास हैं, हमें उनसे ही संतोष प्राप्त कर लेना चाहिए।
किसी का धन हड़पने की कोशिश न करें

धन पाने के लिए लोग सही-गलत का भेद भूल जाते हैं। कुछ लोग दूसरों के धन को हड़पने की इच्छा रखते हैं और इसके लिए प्रयास भी करते हैं। दूसरों के धन या संपत्ति को पाने की इच्छा करना शास्त्रों में पाप माना गया है। व्यक्ति को धन पाने के लिए धर्म के अनुसार काम करना चाहिए।

दूसरों की बुराई न करें

दूसरों की बुराई नहीं करना चाहिए। हमें सिर्फ अपने काम पर ध्यान देना चाहिए। शास्त्रों में बुराई करना पाप कर्म माना गया है।

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