गांधी जी का सपना स्वच्छ भारत हो, अपना यही हमने ठाना है।
सुंदर और स्वच्छ रहे देश आज, हमें यह संकल्प मन में लाना है।
प्लास्टिक मुक्त हो भारत, जन-जन को यह संदेश पहुंचाना है।
हम सबने मिलकर ठाना है, अब अपने भारत को स्वच्छ बनाना है।
हमेशा कूड़े-कचरे को इधर-उधर न फेंककर, कूड़ेदान में पहुंचाना है।
साथ मिलकर हाथ बटाना है, अपने देश से गंदगी को दूर भगाना है।
कदम से कदम मिलाना है गांव गली शहर-शहर को साफ बनाना है।
स्वच्छता के प्रति सबको जागरूक कर, अपना एक नया सवेरा लाना है।
हम सको मिलकर गांधी जी के सपनों का सुंदर भारत बनाना है।
लेते हैं हम सब यह प्रण, स्वच्छा को अपने जीवन में लाना है।
कूड़ा-कचरा हटाकर अब, अपने भारत को सुंदर स्वच्छ बनाना है।
सबको यह सिखाना है, स्वच्छता को हमे अपनी आदत बनाना है।
हम सबे मिलकर ठाना है, अब अपने भारत को स्वच्छ बनाना है।
कपड़े के झोले चुनकर, प्लास्टिक की थैली को जड़ से हटाना है।
छोटी-छोटी कोशिशों से, सबको स्वच्छता के महत्व को बताना है।
आओ मिलकर सब साथ चलें, हमको स्वच्छता का बिगुल बजाना है।
शपथ लो सब यह स्वच्छ कर, अपने देश को गौरवशाली बनाना है।
हम सबने मिलकर ठाना है, अब अपने भारत को स्वच्छ बनाना है।
सोनी गुप्ता
लेखिका स्तंभकार हैं, ये उनके विजी विचार हैं