भगवान गौतम बुद्ध के उपदेश

0
283

निसर्ग नियमों का निर्वहन मनुष्य का स्वच्छंद भोग वृत्तियां ही अतिसंतुलन का कारण है। आत्म अनुशासन से इन्हें नियंत्रित रखें।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here