सनातन परंपरा में पूजा कर्मकांड का विषय है। पूजा-पद्धति के माध्यम से व्यक्ति ईश्वरीय ज्ञान को प्राप्त करता है। भिन्न-भिन्न इच्छाओं, कामनाओं के लिए भिन्न-भिन्न देवी-देवताओं की आराधना की जाती है। जैसे शक्ति और भय से मुक्ति के लिए भक्त हनुमान जी की आराधना करते हैं तो वहीं सुखी वैवाहिक जीवन के लिए शिव-पार्वती की पूजा की जाती है। ऐसे ही जीवन में सुख-समृद्धि पाने के लिए लक्ष्मी-गणेश जी पूजा की जाती है। शास्त्रों में प्रत्येक कर्मकांड के लिए एक विधि सुनिश्चित की गई है जिसमें प्रत्येक ईश्वरीय शक्ति के लिए एक निश्चित पूजा-नियम है। सुखी और आर्थिक रूप से संपन्न जीवन की कामना हेतु की गई पूजा में इन सात चीजों का ध्यान अवश्य रखना चाहिए। ऐसा करने से आपका जीवन सुखमय होगा और आपकी अच्छे दिन की कामना पूरी होगी। पूजा में रखें इन सात चीजों का ध्यान..
1.पूर्व दिशा या ईशान कोण में एक चौकी रखें। चौकी पर लाल या गुलाबी वस्त्र बिछाएं।
2. पहले गणेश जी की मूर्ती रखें फिर उनके दाहिने और लक्ष्मी जी को रखें।
3. आसन पर बैठें और अपने चारों और जल छिड़क लें।
4.इसके बाद संकल्प लेकर पूजा आरम्भ करें एक मुखी घी का दीपक जलाएं।
5.फिर मां लछ्मी और भगवान गणेश को फूल और मिठाइयां अर्पित करें इसके बाद पहले भगवान गणेश फिर मां लक्ष्मी के मंत्रों का जाप करें।
6.अंत में आरती करें और शंख ध्वनि करें।