हिंदी माह ज्येष्ठ अर्थात जेठ में 9 दिनों में गर्मी अपने प्रचंड रूप में होती है इसलिए इन नौ दिनों को नौतपा कहते हैं. इस साल यह नौतपा 25 मई शुरू हो चुके हैं।
नौतपा के दौरान सूर्य की किरणें सीधी पृथ्वी पर आती है जिसके कारण पृथ्वी पर तापमान बढ़ता है और तापमान बढ़ने के कारण मैदानी क्षेत्रों में निम्न दबाव का क्षेत्र बनता है जो समुद्र की लहरों को आकर्षित करता है जिससे बारिश का सिस्टम बनता है । इस दौरान कई जगहों पर तूफान और बारिश जैसे आसार भी नजर आने लगते हैं । ऐसा माना जाता है कि नौतपा जितने अधिक तपते हैं तो उस साल बारिश भी उतनी अच्छी होती है क्यूंकि नौतपा में सूर्य की किरणें पृथ्वी पर सीधे गिरने से जमीन अच्छी तपती है जिससे समुद्र के पानी का वाष्पीकरण तेजी से होता है और वाष्पीकरण होने से घने बादल बनते हैं और अच्छी बारिश होने के आसार बनते हैं।
इसलिए कहते हैं कि नौतपा में पानी नहीं गिरना चाहिए क्यूंकि यदि नौतपा के दिनों में पानी गिर जाए तो बारिश अच्छी नहीं होती