गणेशजी को परिवार का देवता माना गया है। इनकी पूजा सपरिवार करने पर घर में सुख-समृद्धि और प्रेम बना रहता है। गणेशजी के स्वरूप में जीवन प्रबंधन के कई ऐसे सूत्र छिपे हैं, जिन्हें दैनिक जीवन में अपनाने से कई परेशानियां खत्म हो सकती हैं। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पंडित मनीष शर्मा के अनुसार घर के मुखिया में गणेशजी जैसे गुण होना चाहिए, तभी परिवार सुखी रहता है।
हाथी की तरह गंभीर होना चाहिए स्वभाव
ज्योतिषाचार्य पंडित मनीष शर्मा के अनुसार घर के मुखिया का स्वभाव गंभीर होना चाहिए। गणेशजी का सिर हाथी के समन धड़ मनुष्य की तरह है, यानी व्यक्ति की बुद्धि हाथी की तरह गंभीर होना चाहिए। घर – परिवार से जुड़े सभी बातों पर गंभीरता से वचार करना चाहिए। हाथी खूब सोच-विचार कर ही काम करता है। हाथी को जल्दी क्रोध भी नहीं आता। इन बातों का ध्यान हर व्यक्ति को रखना चाहिए। हाथी की तरह हमेशा धैर्य रखें और शान्ति से काम करें।
गणेशजी की सवारी है चूहा
गणेशजी का वाहन चूहा है। चूहा हमेशा छिपा रहता है। जब भी उसे भूख लगती है, तभी वह बाहर आता है और अपना काम करके तुंरत ही छिप जाता है। इस तरह गृह स्वामी को भी अपने योजनाएं गुप्त रखनी चाहिए। हमेशा योजनाओं के अनुसार ही काम करना चाहिए। अपनी योजना किसी को न बताएं। चूहा चुपचाप अपना काम करता रहता है, ठीक इसी तरह घर-परिवार की सुख शान्ति के लिए चुपचाप अपना काम करते रहना चाहिए।।