उत्तर प्रदेश में बुधवार को मकर संक्रांति का पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है। तीर्थराज प्रयाग में संगम तट पर आज भोर से ही जहां आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा है, वहीं वाराणसी और कानपुर समेत अन्य नगरों में भी लोग गंगा, यमुना और अन्य पवित्र नदियों में लोग पुण्य की डुबकी लगाकर खिचड़ी, चावल और तिल का दान कर रहे हैं। मकर संक्रांति के अवसर पर राजधानी लखनऊ और गोरखपुर सहित अन्य नगरों में खिचड़ी भोज का भी आयोजन हो रहा है।
प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरक्षपीठाधीश्वर के रुप में आज भोर में ही बाबा गोरखनाथ को खिचड़ी चढ़ाकर वहां परंपरागत खिचड़ी मेले की शुरुआत की। प्रयागराज में आज तड़के से ही श्रद्धालु गंगा, यमुना और अंत:सलिला सरस्वती के पावन संगम में आस्था की डुबकी लगा रहे हैं। वहां संगम की रेती पर पौष पूर्णिमा यानि 10 जनवरी से ही माघ मेला का आयोजन चल रहा है। लाखों श्रद्धालु वहां गंगा की गोदी में अस्थाई रुप से बसाई गई टेंट नगरी में कल्पवास का अनुष्ठान कर रहे हैं।
संगम की रेती पर आयोजित इस वार्षिक माघ मेले में मकर संक्रांति दूसरा प्रमुख स्नान पर्व माना जाता है। इस अवसर पर पवित्र संगम में डुबकी लगाने के लिए मंगलवार से ही श्रद्धालुओं का आना प्रारम्भ हो गया था। मेला प्रशासन का कहना है कि कल भी करीब 22 लाख श्रद्धालुओं ने संगम में स्नान किया था। प्रशासन ने मकर संक्रांति पर आज शाम तक 80 लाख श्रद्धालुओं के स्नान का अनुमान किया है। माघ मेले में स्नानार्थियों की सुविधा के लिए मेला प्रशासन की तरफ से डेढ़ दर्जन से अधिक स्नान घाट बनाए गए हैं। घाटों पर फिसलन न हो इसके लिए पुआल बिछाया गया है।