दीवाने हैकर पागल जमाना

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आजकल हैकरों का कुछ पता नहीं चल रहा है। ये हैकर आपके था लैपटॉप, मोबाइल, टीबी, बीवी आदि को तो हैक करते ही हैं, साथ ही साथ पूरे देश-दुनिया को भी हैक करने में उस्ताद हो गए हैं। अभी देखते ही देखते पूरे अफगानिस्तान को हैक कर लिया और पूरी दुनिया इसे खुली आंखों से देखकर घडयि़ाली आंसू बहा रही है। बैंकों को हैक करने का कार्यक्रम तो बहुत पहले से जारी है। सारे हैकर पहचान पत्र व आधार कार्ड से लेकर डेबिट-क्रेडिट कार्ड को हैक करने में लगे हैं। मैं आजकल डेबिट क्रेडिट कार्डों को लेकर बहुत अतिरितसावधानी से रखता हूं। जब घर से निकलता हूं तो सबसे पहले क्रेडिट कार्ड को हाथ में लेकर के 3 बार सहलाता हूं और पाता हूं कि वह मेरे हाथों में सुरक्षित है। पुन: सहला कर फिर सीधे से इसे पर्स में रखता हूं। पर्स में से कार्ड निकाल-निकाल कर पुन: पुन: देखता हूं और फिर से उसके हाथ फिराकर पर्स में रखता हूं ताकि सीधे एटीएम की तरफ जाकर रुपये निकाल सकूं।

एटीएम पर जाता हूं तो चारों ओर देख लेता हूं कि कहीं कोई और व्यति तो नहीं है। एटीएम के बाहर कोई कुत्ता भी होता तो उसको पत्थर मारके भगा देता है। कहीं कुत्ते के भेष में कोई हैकर न हो। या भरोसा! जब चारों ओर से पर्याप्त सन्नाटा हो तब पर्स सहला कर क्रेडिट कार्ड निकालता हूं। फिर उसे मशीन में डालता हूं। असर ऐसी मशीन का चयन करता हूं जो कार्ड को निगले नहीं। के्रडिट कार्ड निगलने वाली मशीन से हमेशा दूर रहता हूं। या पता क्रेडिट कार्ड निगल जाए और वापस ही न दे। क्रेडिट कार्ड डालकर अब मुझे पिन पासवर्ड दबाना होता है तो पासवर्ड बटन दबाने के लिए की बोर्ड पर पूरा झुक जाता हूं। दूसरे हाथ से उसको पूरा ढक लेता हूं। जब देख लेता हूं कि आवश्यक मात्रा में धनघोर अंधेरा हो गया है और इधर उधर कोई मच्छर तक नहीं है तो मैं चुपके से पिन पासवर्ड डालता हूं। फिर दिए गए इंस्ट्रशन को बारी-बारी से ठीक ढंग से आंखें फाड़े 10 बार पढ़ता हूं। कहीं ऐसा न हो कि एटीएम मशीन में बैठा कोई चोर-डाकू-हैकर मेरे पैसे निकाल ले। इस आशंका से दबा- दबा सा रहता हूं।

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