अयोध्या में पांच सदी के बाद अब राम मंदिर निर्माण होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद में श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट का ऐलान किया। सुप्रीम कोर्ट ने मंदिर के पक्ष में फैसला दिया था और तीन महीने के अंदर ट्रस्ट बनाने की मियाद तय की थी। ऐसे में मोदी सरकार ने बुधवार को ट्रस्ट को कैबिनेट की मंजूरी दिलाने के बाद बिल संसद में पेश किया। दिल्ली चुनाव की वजह से विपक्ष केंद्र पर हमलावर है लेकिन अमूमन सभी खुश हैं। केंद्र सरकार की मजबूरी थी कि उसे 9 तारीख से पहले ही ट्रस्ट की घोषणा करनी थी, समय बचा नहीं था लिहाजा ऐलान करना मजबूरी था। हां ये सवाल उठना वाजिब है कि आखिर ये करने के लिए चुनाव तक खींचने की या मजबूरी थी। खैर यही कहा जा सकता है कि देर आए- दुरुस्त आए। विवाद बाबर के जमाने से था, निपटा मोदी के समय में। लिहाजा ट्रस्ट का ऐलान करते वत मोदी ने जो कुछ कहा वो काबिले तारीफ है।
लोकसभा की कार्यवाही शुरु होते ही 8 मिनट के संबोधन में उन्होंने 14 बार श्रीराम, एक बार हिंदू और 4 बार भारत कहकर दूरगामी संकेत तो दे ही दिए। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह विषय श्रीराम जन्मभूमि से जुड़ा हुआ है। यह विषय अयोध्या में श्रीराम जन्मस्थली पर भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर के निर्माण से जुड़ा हुआ है। 9 नवंबर 2019 को मैं करतारपुर साहिब कॉरिडोर के लोकार्पण के लिए पंजाब में था। गुरु नानकदेवजी का 550 वां प्रकाश पर्व था। बहुत ही पवित्र वातावरण था। उसी दिव्य वातावरण में मुझे देश की सर्वोच्च अदालत द्वारा श्रीराम जन्मभूमि विषय पर दिए गए ऐतिहासिक फैसले के बारे में पता चला था। मोदी ने ये भी सही कहा कि 9 नवंबर को श्रीराम जन्मभूमि पर फैसला आने के बाद सभी देशवासियों ने अपनी लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं पर पूर्ण विश्वास जताते हुए बहुत ही परिपवता का उदाहरण दिया था।
हमारी संस्कृति, हमारी परंपराएं हमें वसुधैव कुटुबकम और सर्वे भवन्तु सुखिन का दर्शन देती है। इसी भावना के साथ आगे बढऩे की प्रेरणा भी देती है। हिंदुस्तान में हर पंथ के लोग चाहे हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई हों या बौद्ध, पारसी और जैन हों, हम सभी एक वृहद परिवार के ही सदस्य हैं। इस परिवार के हर सदस्य का विकास हो, वो सुखी रहे, स्वस्थ रहे, समृद्ध बने, देश का विकास हो, इसी भावना के साथ मेरी सरकार सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास के मंत्र पर चल रही है। आइए, आइए, इस ऐतिहासिक क्षण में हम सभी सदस्य मिलकर अयोध्या में श्रीराम धाम के जीर्णोद्धार के लिए, भव्य राम मंदिर के निर्माण के लिए एक स्वर में अपना समर्थन दें। निश्चित तौर पर देश के लिए होना तो ऐसा ही चाहिए। भरोसा है कि होगा भी ऐसा ही।