प्रेरक प्रसंग गीता सार By admin - August 31, 2020 0 386 Share Facebook Twitter Google+ Pinterest WhatsApp व्यक्ति अपने अहंकार की मद में चूर होकर उस परमात्मा को ही भूल जाता है, जिसने उसे मानवीय जीवन प्रदान किया। वह सत्ता व शक्ति के लोभ में वशीभूत होकर दूसरे प्राण्यिों को भी तुच्छ समझने लगता है।