जीवन मंत्र डेस्क। गुरुवार, 27 फरवरी को फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी है। इसे विनायकी चतुर्थी कहा जाता है। गुरुवार को ये तिथि होने से इस दिन गणेशजी के साथ ही भगवान विष्णु और गुरु ग्रह के लिए विशेष पूजा-पाठ करनी चाहिए। इस तिथि पर गणेशजी की पूजा करने से घर में सुख- समृद्धि में बढ़ोतरी हो सकती है, ज्ञान और बुद्धि बढ़ती हैं। जानिए उज्जैन के इंद्रेश्वर महादेव मंदिर के पुजारी पं. सुनील नागर के अनुसार विनायकी चतुर्थी पर कौन.कौन से शुभ काम किए जा सकते हैं। चतुर्थी पर गणेशजी की पूजा में 12 खास मंत्रों का जाप 108 बार करना चाहिए। ये हैं 12 मंत्र. ऊँ सुमुखाय नम:, ऊँ एकदंताय नम:, ऊँ कपिलाय नम:, ऊँ गजकर्णाय नम:, ऊँ लंबोदराय नम:, ऊँ विकटाय नम:, ऊँ विघ्ननाशाय नम:, ऊँ विनायकाय नम:, ऊँ धूम्रकेतवे नम:, ऊँ गणाध्यक्षाय नम:, ऊँ भालचंद्राय नम:, ऊँ गजाननाय नम:।
कैसे कर सकते हैं ये व्रत इस तिथि सुबह जल्दी उठें। स्नान के बाद स्वच्छ वस्त्र धारण करें। सूर्य को जल चढ़ाएं। घर के मंदिर में सोने, चांदी, पीतल, तांबा या मिट्टी से बनी गणेश प्रतिमा स्थापित करें। श्री गणेश को सिंदूर, दूर्वा, फूल, चावल, फल, प्रसाद चढ़ाएं। धूप-दीप जलाएं। श्री गणेशाय नम: मंत्र का जाप करते हुए पूजा करें। गणेशजी के सामने व्रत करने का संकल्प लें और पूरे दिन अन्न ग्रहण न करें। व्रत में फलाहार कर सकते हैं। पानी, दूध, फलों का रस आदि चीजें भी ले सकते हैं।
गुरुवार को कर सकते हैं ये शुभ काम भी इस दिन गणेशजी के साथ ही भगवान विष्णु का अभिषेक करें। इसके लिए केसर मिश्रित दूध दक्षिणावर्ती शंख में भरें और भगवान की प्रतिमा पर अर्पित करें। विष्णुजी के साथ ही महालक्ष्मी की पूजा करें। ऊँ नमो भगवते वासुदेवाय मंत्र का जाप करें। गुरु ग्रह के लिए गुरुवार को शिवलिंग पर बेसन के लड्डू अर्पित करें। किसी गरीब को चने की दाल का दान करें। केले के पौधे की पूजा करें और केले का दान करें।