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हे चांद चकोरी चंद मुखी
इस प्रणय दिवस पर,
प्रणय निवेदन प्राण प्रिय स्वीकार करो
हे चांद चकोरी चंद मुखी
चंहकी जिज्ञासा शांत करो
आने की आहट सुनकर
राहें तकना स्वीकार किया
तेरे अधरों की...
आज भी वैसा ही हूं
मैं आज भी वैसा ही हूं,
थोड़ा अड़ियल, थोड़ा नादान...
थोड़ा गुमसुन, थोड़ा शैतान...
न टूटा हूं, न बदला हूं,
हां मैं आज भी वैसा ही हूं...
बदला है...
कुछ बाते ऐसी भी
कुछ बाते ऐसी भी हैं,
जिसे मुझे बताना हैं,
कुछ दोस्त ऐसे भी हैं,
जो रास्ते में छुट जाना हैं,
कुछ अपने बन रूठे हैं...
मेरी खामोशियां किसी दिन,
उन्हें...
तुम खुश तो होगे
तुम खुश तो होगे...
तुम्हारी रोटियां पक तो जाएंगी
सेना की चिताओं की गर्मी से
तुम खुश तो हुए होंगे।
उनके बिखरे परिवार को रोते देख कर
वह रोते...
कुछ सपने है
कुछ सपने है, जिनकी दास्ता अभी अधूरी है
मंजिलों से बस कुछ कदमों की दूरी है
कमद तो थकते नहीं पर फासला बढ़ गए है
वक्त की...
जिन्दगी की किताब
रात खोल बैठे जिन्दगी के किताब
उसने दबी अवाज में पुछ डाले कई सवाल
कितने दिन बाद तुमने मुझे खोला है यार
क्या तुमको है इसका जरा...
किताबे कुछ कहना चाहती हैं
किताबे करती है बातें
बीते जमानों की
दुनिया की, इंसानो की
आज की, कल की
एक-एक पल की
खुशियों की, गमों की
फूलों की, खुशबूं की
जीत की, हार की
प्यार की,...