सार गीता का सार By admin - June 5, 2020 0 339 Share Facebook Twitter Google+ Pinterest WhatsApp कर्म मुझे बांध नहीं सकता क्यों कि मेरी कर्म के फल में आसक्ति नहीं है। तू युध्द भी कर और हर समय में मेरा स्मरण भी कर मनुष्य अपनी वासना के अनुसार ही अगला जन्म पाता है। यह संसार हर छड़ बदल रहा है और बदलने वाली वस्तु असत्य होती है