सार गीता सार By admin - February 9, 2021 0 322 Share Facebook Twitter Google+ Pinterest WhatsApp जो मन को नियंत्रित नहीं करते उनके लिए मन शत्रु के समान कार्य करता है। अनियंत्रित मन व्यक्ति को कभी भी कहीं भी धोखा दे जाता है। जिससे मनुष्य लाचार, विवेकहीन और अपंगता का अनुभव करता है।