थमने चाहिए आरोप-प्रत्यारोप

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चीन से तनातनी के बीच देश में साादल व विपक्ष में आपसी आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी है। दोनों ही पक्ष एक दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं। इसके पहले भाजपा ने कांग्रेसनीत सरकारों के समय चीनी सेना के द्वारा घुसपैठ किये जाने का आरोप लगाया था। जिस पर कांग्रेस की तीखी प्रतिक्रया हुई थी। उधर कांग्रेस ने भी चीन द्वारा घुसपैठ किये जाने की बात करते हुए केन्द्र सरकार को वस्तुस्थिति स्पष्ट करने की बात कही है। कांग्रेस ने यह भी आरोप लगाया है कि चीनी घुसपैठ को लेकर देश की जनता को सच नहीं बताया जा रहा है। कांग्रेस का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जब गुजरात के मुख्यमंत्री थे तब 4 बार चीन की यात्रा की थी। जबसे प्रधानमंत्री बने हैं, पांच बार चीन की यात्रा कर चुके हैं। कांग्रेस का कहना है कि 2013 में जब चीन ने डेप्सैंग एरिया से लेकर वाई जंक्शन तक घुसपैठ का प्रयास किया था उसे भारत द्वारा खदेड़ दिया गया। इन्ही आरोप प्रत्यारोप में चीनी कम्पनियों से चंदा लेने का आरोप दोनों पक्ष द्वारा एक दूसरे पर लगाया जा रहा है। भाजपा ने राजीव गांधी फाउन्डेशन के जरिए चीन से चंदा लेने का आरोप लगाया है। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कांग्रेस से दस सवाल पूछते हुए पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी से जवाब मांगा है।

भाजपा अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने कहा कि कांग्रेस को चीन और मेहुल चोकसी से कितनी रकम मिली और उन्हें क्या लाभ दिया गया यह देश के सामने आना चाहिये। भाजपा ने कांग्रेस पर यह भी आरोप लगाया कि विदेशी ताकतों से निजी ट्रस्ट के लिए चन्दा लेकर देश की हितों की बलि चढ़ाई गई है। उधर कांग्रेस ने भी पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा के आरोप अर्धसत्य हैं। इसके साथ ही चीन विवाद से सबका ध्यान भटकाने वाले हैं। कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि भाजपा व राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को पिछले छ: साल से मिले विदेशी मदद या अनुदान को स्पष्ट करना चाहिये। उप्र कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार ने पीएम केयर फंड के दान लेने की प्रक्रिया को पारदर्शी बनाये जाने की मांग करते हुए आरोप लगाया कि पीएम केयर जैसे फंड में चीनी कम्पनियों से पैसा प्राप्त किया है। उन्होंने फंड में पैसा देने वाली चीनी कम्पनियों तथा उनके साझीदारी वाली कम्पनियों का नाम भी उजागर किया। श्री लल्लू ने आरोप लगाया कि चीनी कम्पनी दुआवेई, टिकटॉक, ओटपो तथा चीनी हिस्सेदारी वाली कम्पनी पेटीएम से अनुदान लिया गया है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से वस्तुस्थिति स्पष्ट करने की मांग की।

भाजपा व प्रमुख विपक्षी दल को वर्तमान समय में जब देश कोरोना महामारी तथा सीमा पर तनाव के संकट से जूझ रहा है तब दोनों को ही संयमित रहना चाहिये। यह वक्त राजनीतिक बढ़त लेने का नहीं है। स्थिति स्पष्ट करने की नैतिक जिम्मेदारी सााधारी दल की अधिक होती है। उसे विपक्ष के आरोपों का जवाब स्थिति स्पष्ट करके देना चाहिये। क्योंकि विपक्ष के आरोपों पर स्थिति स्पष्ट नहीं होने पर भ्रम की स्थिति बन जाती है। जो भी सत्य हो वह पूरा का पूरा देश के सामने आना चाहिए। पक्ष व विपक्ष दोनों के आरोपों की स्थिति व सत्यता पूरी तरह से जनता के सामने स्पष्ट होना चाहिये। वैसे यह समय आरोप प्रत्यारोप का नहीं है। इन आरोपों की परख बाद में हो जायेगी। अभी हमें मिलजुल कर कोरोना महामारी से बचाव व पड़ोसी देशों से तनाव कम करने का प्रयास करना चाहिये। भारत हमेशा शान्ति का पक्षधर रहा है। परन्तु पड़ोसी देशों को इसे हमारी कमजोरी नहीं समझा जाना चाहिये। ये संदेश देश की तरफ से पड़ोसी देशों खासतौर से चीन व पाकिस्तान को दिया जाना चाहिये। इसके लिए जरूरी है कि वर्तमान में आरोप प्रत्यारोप न होकर दोनों पक्षों की तरफ से मुश्किल पर विजय पाने के उपायों पर चर्चा होनी चाहिए।

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