लाओ त्सु, प्राचीन चीनी दार्शनिकऔर लेखक थे। दार्शनिक ताओइज्म के संस्थापक, मज़हबी ताओइज्म व सनातन चीनी धर्मों के खुदा माने जाते हैं।
1. किसी का गहराई से प्रेम पाना ताकत देता है और किसी को गहराई से प्रेम करना साहस देता है।
2. जब तुम उससे संतुष्ट होते हो जो तुम हो और खुद की न किसी से तुलना करते हो, न प्रतिस्पर्धा तब सब तुम्हारा सम्मान करते हैं।
3. शब्दों में दयालुता आत्मविश्वास पैदा करती है, सोच में दयालुता गूढ़ता लाती है, कर्म में दयालुता प्रेम पैदा करती है।
4. हज़ारों मील की यात्रा एक कदम के साथ शुरू होती है।
5. मेरे पास सिखाने के लिए बस तीन बातें हैं – सादगी, धैर्य और दया। ये तीनों आपका सबसे बड़ा खजाना हैं।
6. रहने में- ज़मीन के निकट रहें। सोच में – सरलता रखें। झगड़े में- निष्पक्ष एवं उदार रहें। शासन में – नियंत्रण रखने की कोशिश ना करें। काम में- वो करें जिसमे आनंद आए। परिवार में- पूरी तरह उपस्थित रहें।
7. नेतृत्व करना है तो लोगों के पीछे चलिए।