अमेरिकी वैज्ञानिकों ने लम्बी उम्र का सीक्रेट बताया है। वैज्ञानिकों का कहना है, लम्बी उम्र चाहिए तो रोजाना 160 ग्राम फल और 240 ग्राम सब्जियां खाने में शामिल करें। हते में 5 दिन तक ऐसा रूटीन फॉलो करते हैं तो असर दिखता है। दुनियाभर में 20 लाख लोगों पर हुई रिसर्च में यह साबित हुआ है कि जिन्होंने खानपान में यह बदलाव किया उनमें मौत का खतरा कम हुआ है। रिसर्च कहती है, फल-सब्जियां लम्बी उम्र बढ़ाने के साथ हार्ट डिजीज और कैंसर जैसी बीमारियों का खतरा भी कम करती हैं। अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के लैगशिप जर्नल सर्कुलशेन में पब्लिश रिसर्च कहती है, कुछ ऐसी सब्जियां भी होती हैं जो सेहत के लिए अधिक फायदेमंद नहीं होतीं जैसे आलू, कॉर्न। इसमें स्टार्च अधिक पाया जाता है जिसे अधिक फायदा पहुंचाने वाली फल-सब्जियों में शामिल नहीं किया जा सकता। पिछले 20 सालों से विश्व स्वास्थ्य संगठन की सलाह पर ब्रिटेन की हेल्थ एजेंसी नेशनल हेल्थ सर्विसेज लोगों को सेहतमंद रखने के लिए यही मैसेज दे रही है।
लोगों को डाइट में फल-सब्जियां शामिल करने और शुगर-फैट को कम करने के लिए कह रही है। अमेरिकी हेल्थ एजेंसी सीडीसी का कहना है, अमेरिका में हर 10 में से 1 इंसान ही पर्याप्त फल और सब्जियां खा रहा है। वहीं, ब्रिटेन में मात्र 17 फीसदी आबादी ऐसा डाइट रूटीन अपना रही है। वैज्ञानिकों का कहना है, हेल्दी डाइट लेने वालों का आंकड़ा कम है। बीमारियां अगर घटानी हैं और लम्बी उम्र चाहिए तो थाली में फल-सब्जियों की मात्रा बढ़ानी होगी। रिसर्च के मुताबिक, खानपान में पालक, बथुआ जैसी पत्तेदार सब्जियां और गाजर शामिल करें। इसके अलावा विटामिन-सी वाले फल जैसे संतरा, मौसमी अधिक असर दिखाते हैं। वैज्ञानिकों का कहना है, इनका जूस लेने की जगह सीधे फल खाएं तो फायबर की कमी भी पूरी होगी। जूस के रूप में लेने में सीधेतौर पर ब्लड शुगर बढ़ सकता है, इसलिए सामान्य तरीके से ही खाएं।