प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनता कर्फ्यू के दो दिन बाद देश भर में 21 दिन पूरी तरह तालाबंदी का ऐलान किया था। इसमें सभी धार्मिक स्थलों की गतिविधियों को सार्वजनिक भूमिका से भी दूर कर दिया गया था। नवरात्र के दिन हैं लेकिन देवी मंदिरों के कपाट भी बंद कर दिए गए। कोरोना से लड़ाई के लिए यह जरूरी था लेकिन दिल्ली में निजामुद्दीन क्षेत्र में स्थित तलीगी जमात के मरकज से कोरोना वायरस के संक्रमण की आई खबर ने महामारी के खिलाफ यहां चल रही लड़ाई को कमजोर करने जैसी स्थिति पैदा कर दी है। दुनियाभर में इस्लाम का प्रचार करने वाली धार्मिक संस्था तलीगी जमात के इज्तिमा से भारत, पाकिस्तान, मलेशिया समेत एशिया के कई देशों में हड़कंप मच गया है। दिल्ली में आयोजित इस इज्तिमा में शामिल 10 लोगों की मौत हो गई है और 24 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई है। उधर, पाकिस्तान में भी 27 लोगों को कोराना पॉजिटिव पाया गया है। दक्षिण कोरिया के चर्च के बाद अब तलीगी जमात, एक बार फिर से धार्मिक संगठन कोरोना से जंग में बड़ी समस्या बनकर सामने आ रहे हैं।
फिलहाल भारत के नजरिये से जो जानकारियां अब तक सामने आई है उस लिहाज से यह कई राज्यों में पांव पसार चुका है। तेलंगाना, तमिलनाडु, कर्नाटक, अंडमान, निकोबार, बिहार, मध्यप्रदेश, और उत्तर प्रदेश से लोगों ने इज्तिमे में शिरकत की थी। इसमें यूपी के 157 लोगों ने भागीदारी की थी। इससे सतर्क योगी सरकार ने सभी की पहचान के बाद टेस्ट और नेगेटिव रिपोर्ट आने के बाद क्वारंटाइन करने की तैयारी की है। दरअसल उस जमात में दुनिया के कई हिस्सों से लोग आए हुए थे। इसीलिए आशंका है उनसे कोरोना वायरस फैल सकता है। सवाल है कोरोना से देश में चल रही संगठित लड़ाई के बीच 1700 के करीब लोगों को एक जगह जुटने की परमिसन कैसे मिल गई साथ ही सवाल यह भी है क्या पुलिस की जानकारी के बिना इतना बड़ा जलसा हो गया। ऐसे कई सवालों के जवाब आने वाले वक्त में मिलेंगे लेकिन फिलहाल इस वाकये से कोरोना के खिलाफ चल रही मुहीम को धक्का लगा है। दक्षिण कोरिया के शिन्चेऑन्जी चर्च के बाद अब एक बार फिर से कट्टर धार्मिक समूह दुनिया भर में महामारी बन चुके कोरोना वायरस से जंग में बड़ा रोड़ा बनते जा रहे हैं।
दक्षिण कोरिया में कोरोना वायरस से संक्रमण के 9,786 मामले सामने आए हैं। इनमें बड़ी संख्या में ऐसे लोग हैं जो शिन्चेऑन्जी चर्च के अनुयायी हैं। कोरियाई प्रशासन का कहना है कि देश के दक्षिणी शहर डाएगू में बेहद रहस्यमयी समझे जाने वाले शिन्चेऑन्जी चर्च के सदस्यों में एक-दूसरे के जरिए कोरोना वायरस फैलता गया।व फिर धीरे-धीरे देश के दूसरे हिस्सों में भी इसका असर होने लगा। कोरोना के बढ़ते असर के बाद दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार ने भी एहतियाती उपाय शुरू कर दिए थे। 17 मार्च को दिल्ली में नाइट क्लब और स्पा भी बंद कर दिए गए थे। इसके साथ ही 50 लोगों के एक साथ जमा होने पर भी रोक लगा दी गई थी। केजरीवाल सरकार ने स्पष्ट आदेश दिया था कि इसके दायरे में सभी राजनीतिक, धार्मिक, सामाजिक और पारिवारिक कार्यक्रम आएंगे। लेकिन इसके बावजूद निजामुद्दीन दरगाह से सटे तबलीगी जमात की छह मंजिली इमारत में जलसा लगातार चलता रहा। इस इमारत में 2 हजार लोगों के रहने की व्यवस्था है।