71 कंपनियों से करार : 3 लाख को मिलेगा रोजगार

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योगी सरकार करेगी बेड़ा पार : आर्टलरी गन, शारंग तोप जैसे 13 आधुनिक हथियार लांचलखनऊ। उार प्रदेश की

राजधानी लखनऊ में 11वें डिफेंस एक्सपो-2020 का आयोजन चल रहा है। शुक्रवार को यहां आयोजित बंधन समारोह में देश के रक्षामंत्री राजनाथ सिंह व उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में 71 कंपनियों के साथ करार हुए। रूस व स्पेन के साथ मुंबई स्थित मझगांव डॉक शिप बिल्डर्स लिमिटेड का करार हुआ है। ये कंपनी पनडुब्बी का निर्माण करेगी। जिसमें रूस और स्पेन मदद करेगा। बाद में ये पनडुब्बियां नौसेना को दी जाएंगी। सरकार की योजना सफल हुई तो 3 लाख से अधिक नौकरियों के सृजित होंगी। रक्षामंत्री ने 13 रक्षा उत्पादों को लांच किया। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि शुक्रवार 71 एमओयू, आर्टलरी गंस, गन, टैंक, बुलेटप्रूफ जैकेट, लाइट वेट हेलीकॉप्टर जैसे 13 रक्षा उत्पादों की लांचिंग समेत 100 से अधिक बंधन किए गए हैं। मनुष्य की जिंदगी में बंधन का कितना महत्व होता है, यह सभी जानते हैं। जिन कंपिनयों के साथ बंधन हुआ है, हम आशा करते हैं कि, वे बंधन के विश्वास को टूटने नहीं देंगे और समय के साथ और परिपक्व होगा। अभी तक डिफेंस एक्सपो में 200 के अधिक बंधन हो चुके हैं।

शुक्रवार को हुए एमओयू से एमएसएमई को भी बड़ी मदद मिलेगी। डीआरडीओ यूपीडा डिफेंस कॉरिडोर के लिए को सपोर्ट करेगा। राजनाथ सिंह ने कहा कि उड़ान योजना के तहत उत्तर प्रदेश के कई जिलों को जोड़ा जाएगा। प्राइवेट सेक्टर लगातार डिफेंस सेक्टर को मजबूत कर रहे हैं। प्रत्येक एमओयू इनोवेशन, टेक्नोलॉजी एक्सचेंज के लिए फायदेमंद होंगे। हमारी पॉलिसी ने रिजल्ट देना शुरू कर दिया है। भारत का डिफेंस एक्सपोर्ट 7 गुना बढ़ा है। 2024 तक इसको हम 5 बिलियन का टारगेट पूरा करेंगे। हर सहयोग के लिए हमारी मिनिस्ट्री काम करेगी। उत्तर प्रदेश अधोगिक दृष्टि से कुछ सालों में सिर्फ देश में ही नही विदेश में जाना जाएगा। यूपी के साथ 23 करार: सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भारत को रक्षा उत्पादन के साथ ही शोध और उसके विकास के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में जो प्रयास शुरू हुआ है, वह आज नई ऊंचाइयों को प्राप्त कर रहा है। आज कई एमओयू हुए हैं। एमओयू को बंधन का नाम देकर भावनात्मक जुड़ाव दिया गया है। इसके लिए रक्षामंत्री व तीनों सेना के अध्यक्ष बधाई के पात्र हैं।

फरवरी 2018 में पीएम ने लखनऊ में डिफेंस कॉरिडोर की घोषणा की थी। उसी दिन से रक्षामंत्रालय के साथ मिलकर इसे मूर्तरूप देने का प्रयास शुरू किया था। आज यूपी सरकार के साथ यूपीडा के माध्यम से यहां 23 एमओयू संपन्न हुए हैं। 50 हजार करोड़ के निवेश पर हस्ताक्षर हुए हैं। यह एक एमओयू नहीं, उससे आगे भी जाकर यूपी की संभावनाओं लेकर है। ढाई से तीन लाख युवाओं को रोजगार मिलेगा। यूपी में हमनें डिफेंस व एयरोस्पेस की पॉलिसी की तैयार की है। ढाई साल के दौरान ढाई लाख करोड़ से ज्यादा निवेश कराने में सफल हुई है। निवेश के लिए अनुकूल वातारण बनाने का प्रयास किया है। मिली लीयरेंस: मेक इन इंडिया अभियान के तहत बनी अंतरराष्ट्रीय स्तर की शारंग तोप सहित अत्याधुनिक हथियार सेना को सौंपी जाएगी। अंतरराष्ट्रीय मानकों के तहत इसे आयुध निर्माणी बोर्ड द्वारा बनाया गया है। जेवीपीसी अल्फा कार्बाइन, बेल्टफेड एलएमजी, अमोघ-3 वरुणास्त्र, नाविक रिसीवर, डोमिनेटर ड्रोन, फाइबर ऑप्टिक गैरो बेस्ड आइएनएस सिस्टम, स्कॉर्पियन क्लास की पी-75-आई पनडुब्बी समेत 13 उत्पादों को लांच किया गया।

निवेश की खुली राह: 5 से 9 फरवरी तक चलने वाले डिफेंस एक्सपो में 70 देशों की रक्षा उपकरण बनाने वालीं 172 और भारत की 857 कंपनियां अपने कौशल व सामरिक शक्ति का प्रदर्शन कर रही हैं। यहां वृंदावन में एशिया का सबसे बड़ा हथियारों का मेला लगाया गया है। एक्सपो में रक्षा उत्पादन क्षेत्र में कानपुर के एक उद्यमी को अमेरिकी कंपनी ने करार का वादा किया है। कानपुर की कंपनी एयरक्राट अरेस्टर बैरियर का निर्माण करती है। उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से अलग-अलग कम्पनियों से 23 एमओयू पर हस्ताक्षर किए जाने की योजना पर काम शुरू हो गया है। इससे 50 हजार करोड़ रुपए के निवेश की राह खुलेगी। सरकार की योजना सफल हुई तो 3 लाख से अधिक नौकरियों के सृजित होंगी। 8-9 फरवरी को इसे आम जनता के लिए खोला जाएगा। आम लोगों को भारत की बढ़ती सैन्य ताकत देखने को मिलेगी।

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