21 मार्च का पंचाग

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🌞 ~ आज का हिन्दू पंचांग ~ 🌞पंचक 21मार्च 2020 सुबह 6बज के 20मिनट से 26मार्च शाम 7बज के 15मिनट तक
एकादशी 19मार्च
प्रदोष 21मार्च
अमावस्या 24मार्च
⛅ दिनांक 21 मार्च 2020
⛅ दिन – शनिवार
⛅ विक्रम संवत – 2076
⛅ शक संवत – 1941
⛅ अयन – उत्तरायण
⛅ ऋतु – वसंत
⛅ मास – चैत्र (गुजरात एवं महाराष्ट्र अनुसार – फाल्गुन)
⛅ पक्ष – कृष्ण
⛅ तिथि – द्वादशी सुबह 07:55 तक तत्पश्चात त्रयोदशी
⛅ नक्षत्र – धनिष्ठा रात्रि 07:40 तक तत्पश्चात शतभिषा
⛅ योग – सिद्ध दोपहर 12:23 तक तत्पश्चात साध्य
⛅ राहुकाल – सुबह 09:34 से सुबह 11:04 तक
⛅ सूर्योदय – 06:42
⛅ सूर्यास्त – 18:48
⛅ दिशाशूल – पूर्व दिशा में
⛅ व्रत पर्व विवरण – शनिप्रदोष व्रत, महावारुणी योग, (रात्रि 07:40 से 22 मार्च सूर्योदय तक)
💥 विशेष – द्वादशी को पूतिका(पोई) अथवा त्रयोदशी को बैंगन नही खाना चाइये।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)
💥 ब्रह्म पुराण’ के 118 वें अध्याय में शनिदेव कहते हैं- ‘मेरे दिन अर्थात् शनिवार को जो मनुष्य नियमित रूप से पीपल के वृक्ष का स्पर्श करेंगे, उनके सब कार्य सिद्ध होंगे तथा मुझसे उनको कोई पीड़ा नहीं होगी। जो शनिवार को प्रातःकाल उठकर पीपल के वृक्ष का स्पर्श करेंगे, उन्हें ग्रहजन्य पीड़ा नहीं होगी।’ (ब्रह्म पुराण’)
💥 शनिवार के दिन पीपल के वृक्ष का दोनों हाथों से स्पर्श करते हुए ‘ॐ नमः शिवाय।’ का 108 बार जप करने से दुःख, कठिनाई एवं ग्रहदोषों का प्रभाव शांत हो जाता है। (ब्रह्म पुराण’)
💥 हर शनिवार को पीपल की जड़ में जल चढ़ाने और दीपक जलाने से अनेक प्रकार के कष्टों का निवारण होता है ।(पद्म पुराण)
💥 नौकरी – व्यवसाय में सफलता, आर्थिक समृद्धि एवं कर्ज मुक्ति हेतु कारगर प्रयोग शनिवार के दिन पीपल में दूध, गुड, पानी मिलाकर चढायें एवं प्रार्थना करें – ‘हे प्रभु ! आपने गीता में कहा है कि वृक्षों में पीपल मैं हूँ । हे भगवान ! मेरे जीवन में यह परेशानी है । आप कृपा करके मेरी यह परेशानी (परेशानी, दुःख का नाम लेकर ) दूर करने की कृपा करें । पीपल का स्पर्श करें व प्रदक्षिणा करें ।

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