16 से शुरु होाग भाद्रपद माह

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साल 2019 का आठवां माह अगस्त शुरू हो गया है। इस माह में हिन्दी पंचांग के अनुसार कई महत्वपूर्ण पर्व आयेंगे। गुरुवार को हरियाली अमावस्या मनाई गई। ये दिन प्रकृति की हरियाली बनाए रखने का संदेश गेता है। इस दिन घर में या किसी अन्य सार्वजनिक स्थान पर कम से कम पौधा लगया जाता है। शनिवार, 3 अगस्त को हरियाली तीज है। इस दिन महिलाएं अपने पति के सौभाग्य के लिए माता पार्वती की पूजा करती हैं। रविवार 4 अगस्त को विनायकी चतुर्थी रहेगी। इस दिन गणेशजी के लिए व्रत-उपवास किए जाते हैं। सोमवार, 5 अगस्त को नाग पंचमी मनाई जाएगी। इस दिन जीवित सांप को दूध चढ़ाने से बचें। शिवलिंग पर और नाग देव की प्रतिमा पर दूध चढ़ा सकते हैं।

रविवार 11 अगस्त को पुत्रदा एकादशी है। इस तिथि पर भगवान विष्णु के लिए व्रत-उपवास करना चाहिए। गुरुवार, 15 अगस्त को भाई-बहनों का विशेष पर्व रक्षाबंधन रहेगा। इस दिन शिवजी को और अपने आराध्य देव को भी राखी अवश्य बांधे। शुक्रवार 16 अगस्त से हिन्दी पंचांग का नया माह भाद्रपद शुरू हो जाएगा। सोमवार 19 अगस्त को गणेश चतुर्थी व्रत रहेगा। बुधवार 21 अगस्त को हल षष्ठी यानी श्रीकृष्ण के बड़े भाई बलराम की जयंती है। शुक्रवार, 23 अगस्त को जन्माष्टमी पर्व रहेगा। इस दिन भगवान श्रीकृष्ण को पीले वस्त्र चढ़ाएं। माखन-मिश्री- का भोग लगाएं। सोमवार, 26 अगस्त को भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी रहेगी। इसे जया और अजा एकादशी कहा जाता है। शुक्रवार 30 अगस्त को भाद्रपद मास की अमावस्या है। इस तिथि पर पितर देवताओं के लिए धूप-ध्यान करना चाहिए। अमावस्या तिथि पर पितरों के श्राद्ध और तर्पण करना चाहिए।

अगस्त में ही गुरु की बदलेगी चाल

इस माह में गुरु ग्रह वक्री से मार्गी हो जाएगा, लेकिन राशि नहीं बदलेगा। गुरु, शनि और राहु-केतु के अलावा शेष सभी ग्रह राशि बदलेंगे।

सूर्य – माह की शुरुआत में सूर्य कर्क राशि में है 17 अगस्त की रात ये ग्रह सिंह राशि में प्रवेश करेगा।

चंद्र – अगस्त को चंद्र कर्क राशि में है। 2 तारीख की दोपहर में सिंह राशि में प्रवेश करेगा। इसके बाद हर ढाई में चंद्र राशि बदलेगा।

मंगल – ये ग्रह माह की शुरुआत में कर्क राशि में है। 8 अगस्त को सिंह राशि में प्रवेश करेगा।

बुध – मिथुन राशि में वक्री है। 1 अगस्त की शाम में मार्गी होगा। 3 तारीख को कर्क में जाएगा। 26 तारीख को सिंह में प्रवेश करेगा।

गुरु – ये ग्रह वृश्चिक राशि में अभी वक्री है। 12 अगस्त को मार्गी हो जाएगा।

शुक्र – माह की शुरुआत में शुक्र कर्क राशि में है। 16 अगस्त को सिंह राशि में प्रवेश करेगा।

शनि – ये ग्रह अभी वक्री है और पूरे माह धनु राशि में ही रहेगा।

राहु-केतु – ये दोनों ग्रह हमेशा वक्री रहेत हैं। जून में राहु मिथुन राशि में और केतु धन राशि में शनि के साथ रहेगा।

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