मेष- निराशा की स्थिति, कार्य-व्यापार में असफलता, शत्रु हानि पहुँचाने की कोशिश में,क्रोध की अधिकता, विचारों में उग्रता, आपसी सम्बन्धों में कटुता, सुख का अभाव।
वृषभ- योजना का शुभारम्भ, पारस्परिक सम्बन्धों में प्रगाढ़ता, प्रतियोगिता के क्षेत्र में महत्वपूर्ण उपलब्धि, मनोबल में वृद्धि, सुख-शान्ति का अनुभव, व्यापार में परिवर्तन।
मिथुन- आर्थिक उन्नति, वरिष्ठजनों से सम्पर्क, पारिवारिक उत्तरदायित्व की पूर्ति का प्रयास, सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि, सुसमाचार की प्राप्ति, मंगल आयोजन सम्पादित। शुभ भावनाओं का उदय, यशमान में वृद्धि, व्यापारिक वातावरण मनो-नुकूल, किसी उत्सव में सम्मिलित होने का सुअवसर, बौद्धिक क्षमता का विकास।
सिंह- पारिवारिक उत्तरदायित्व की पूर्ति में बाधा, कार्यों में असफलता, साझेदारी के व्यापार में हानि, सुख सुविधा का अभाव, व्यय की अधिकता, हानि संभव।
कन्या- अधूरे या नव कार्य प्रगति पर, मांगलिक आयोजन सम्पादित, मित्रों-परिजनों से सहयोग, दूसरों के आश्वासनों से मानसिक राहत, भाग्योन्नति के नवीन आयाम।
तुला- व्यावसायिक वातावरण मनोनुकूल, बुद्धि-चातुर्य से कुछेक मसला सुलझने की ओर, आमोद-प्रमोद के साधन सुलभ, निजी इच्छा की पूर्ति, संभावित यात्रा सुखद।
वृश्चिक-स्वास्थ्य सुधार पर, किसी के माध्यम से बकाए धन की प्राप्ति, आत्मीयजनों से अनुकूलता, सुख-सुविधा के निमित्त व्यय, आपसी सलाह से कामयाबी, धर्म में आस्था।
धनु- आर्थिक पक्ष में असंतोष, गुप्त चिन्ताओं से स्वास्थ्य प्रभावी, अशांति का वातावरण, परिवार में आपसी मतभेद, पठन-पाठन में अरुचि, वाहन से दुर्घटना की आशंका।
मकर- योजना साकार होने की ओर, राजनैतिक गतिविधियों की ओर रुझान, कठिनाइयों का निवारण, राजकीय पक्ष से लाभान्वित, पारिवारिक उत्तरदायित्व की पूर्ति।
कुम्भ- आकस्मिक लाभ का सुयोग, नव समाचार की प्राप्ति, वैवाहिक अड़चनें समाप्त,शत्रु परास्त, प्रियजनों-मित्रों से कुछेक समस्याएँ हल, बौद्धिक समता का विकास।
मीन -ग्रहयोग बेहतर, शारीरिक-मानसिक कष्ट में कमी, परोपकार की भावना जागृत,’स्वयं का निर्णय हितकर, पारस्परिक सम्बन्धों में प्रगाढ़ता, वाद-विवाद का समापन।