2019 का सातवां महीना जुलाई शुरू हो गया है। इस माह में कई खास तिथियां आ रही हैं। माह की शुरुआत में सूर्य ग्रहण होगा और माह के मध्य में चंद्र ग्रहण। इसी माह में देवशायनी एकादशी भी आएगी। मंगलवार, 2 जुलाई को आषाढ़ मास की अमावस्या है। इसी दिन सूर्य ग्रहण भी होगा। भारतीय समय के अनुसार यह 02 जुलाई रात 10.25 पर आरम्भ होकर 03 जुलाई को प्रातः 03.20 बजे समाप्त होगा। इस ग्रहण की कुल अवधि लगभग 04 घंटे 55 मिनट की रहने वाली है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार यह ग्रहण मिथुन राशि और आर्द्रा नक्षत्र में लगने वाला है। यह पूर्ण सूर्यग्रहण बताया जा रहा है ये ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा।
इस वजह से इसका सूतक नहीं रहेगा। इस तिथि पर पितर देवता के लिए तर्पण और श्राद्ध कर्म करना चाहिए। अमावस्या पर धूप-ध्यान करने की परंपरा है। बुधवार 3 जुलाई से अषाढ़ मास की गुप्त नवरात्रि शुरू होगी, ये 10 जुलाई तक चलेगी। इन दिनों में गुप्त रूप से देवी दुर्गा की पूजा की जाती है। शनिवार, 6 जुलाई को विनायकी चतुर्थी व्रत है। इस दिन भगवान श्री गणेश के लिए व्रत-उपवास करना चाहिए। शुक्रवार, 12 जुलाई को देवशयनी एकादशी है। इस तिथि पर भगवान विष्णु के लिए व्रत करना चाहिए। सालभर की सभी एकादशियों में इसका महत्व सबसे ज्यादा है, क्योंकि इस तिथि से भगवान विष्णु विश्राम करेंगे और सृष्टि का संचालन भगवान शिव करेंगे।
मंगलवार, 16 जुलाई को अषाढ़ मास की पूर्णिमा है। इसे गुरु पूर्णिमा भी कहा जाता है। इसी तिथि पर रात में चंद्र ग्रहण होगा। ये ग्रहण भारत में दिखाई देगा। ग्रहण की शुरुआत रात में करीब 1.30 मिटन पर होगा। बुधवार, 17 जुलाई से सावन माह शुरू हो जाएगा। इस माह में भगवान शिव की विशेष पूजा की जाती है। शनिवार, 20 जुलाई को गणेश चतुर्थी व्रत है। इस दिन भगवान गणपति की विधि-विधान से पूजा की जाती है, व्रत-उपवास करने की परंपरा है। रविवार 28 जुलाई को कामिका एकादशी है। इस तिथि पर भगवान विष्णु के लिए व्रत-उपवास करना चाहिए।