सरकार का हेडलाइन मैनेजमेंट

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बुधवार का दिन संसद के मॉनसून सत्र का आखिरी दिन था। संसद के उच्च सदन का विपक्ष ने बहिष्कार किया था। लोकसभा में भी विपक्ष के गिने-चुने सांसद थे और सरकार दोनों सदनों बुलेट की रफ्तार से विधायी काम कर रही थी। अकेले राज्यसभा में आखिरी दिन आठ विधेयक पास किए गए, बिना विपक्ष की मौजूदगी के। विपक्ष संसद परिसर में प्रदर्शन कर रहा था और राष्ट्रपति भवन मार्च करके कृषि विधेयक वापस लेने और निलंबित सांसदों का निलंबन रद्द करने की मांग कर रहा था। एक साथ कई राजनीतिक गतिविधियां चल रही थीं और सारी गतिविधियां ऐसी थीं, जिनमें सरकार घिरने वाली थी। राष्ट्रपति से विपक्ष के प्रतिनिधि के तौर पर गुलाम नबी आजाद की मुलाकात के बाद जैसे ही 18 पार्टियों के साझा विपक्ष की प्रेस कांफ्रेंस शुरू होने वाली थी वैसे ही हिंदी फिल्मों की अभी की नंबर एक अभिनेत्री दीपिका पादुकोण के खिलाफ ड्रग्स के मामले में नोटिस जारी होने की खबर ब्रेक की गई। इसके बाद चैनलों पर अफरातफरी मच गई।

विपक्ष की प्रेस कांफ्रेंस छोड़ कर सारे चैनल दीपिका पदुकोण, श्रद्धा कपूर, सारा अली खान और रकुलप्रीत सिंह को नोटिस जारी होने की खबर चलाने लगे। रात की बहसों में में यहीं मुद्दा छाया रहा। हेडलाइन मैनेजमेंट की इस कला का अगला प्रदर्शन शुक्रवार को होना है। शुक्रवार को यानी 25 सितंबर को देश भर के किसान संगठनों ने कृषि विधेयकों के विरोध में भारत बंद का आह्वान किया है। ज्यादातर विपक्षी पार्टियों ने इसका समर्थन किया है। हाल के दिनों की यह सबसे बड़ी राजनीतिक घटना होने वाली है। पर नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो, एनसीबी ने उसी दिन दीपिक पदुकोण को पूछताछ के लिए बुलाया है। जाहिर है ज्यादातर चैनलों की प्राथमिकता दीपिका ही रहने वाली है। वह दिन गए गए, जब इंदिरा गांधी की सरकार ने विपक्ष की रामलीला मैदान की रैली को फेल करने के लिए दूरदर्शन पर तब की सुपरहिट फिल्म ‘बॉबी’ का प्रसारण कराया था और उसके बावजूद लाखों की संख्या में लोग रामलीला मैदान पहुंचे थे। अब मजदूर कुछ भी करते रहें, चैनल दीपिका पदुकोण को दिखाएंगे और लोग भी वहीं देखेंगे।

देख लीजिए मुंबई में तीन केंद्रीय एजेंसियों की जांच वैसे तो अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत का रहस्य सुलझाने और उनके खाते से कथित तौर पर हुई 15 करोड़ रुपये की हेराफेरी जांचने के लिए शुरू हुई थी पर अब सारी जांच हिंदी फिल्म उद्योग में ड्रग्स के इस्तेमाल पर सिमट गई है। इस सिलसिले में जो गिरतारियां हुई हैं वह भी ड्रग्स के मामले में ही हुई हैं। नारकोटिस कंट्रोल ब्यूरो, एनसीबी ने सारी गिरतारियां की हैं और जांच को देख कर लग रहा है कि आगे भी अगर कुछ गिरतारी होनी है तो वह इसी एजेंसी के जरिए होनी है। पर यह कमाल है, कि इसकी अब तक की जांच में सिर्फ अभिनेत्रियों के ही ड्रग लेने की खबर आई है। वैसे भी एनसीबी की जांच में ग्लैमर का ऐसा तड़का लगा है कि एक के बाद एक अभिनेत्रियों के ड्रग्स लेने की खबर आ रही है और इसी बहाने न्यूज चैनल दिन भर उन अभिनेत्रियों के आइटम डांस दिखाते रह रहे हैं। बहुत देर से ही सही, लेकिन अब महिला पत्रकारों, अभिनेत्रियों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने इस पक्षपात पर सवाल उठाया है। जब यह बात तूल पकड़ी तब जाकर सूत्रों के हवाले से यह खबर लीक कराई गई कि चार हीरो भी रडार पर हैं। हो सकता है कि कुछ दिन में कुछ हीरो के नाम भी जारी किए जाएं। पर चूंकि कानूनी रूप से मामलों में कोई दम नहीं है इसलिए अभिनेत्रियों के नाम ज्यादा आते रहेंगे ताकि ग्लैमर

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