इंगलिस का शब्द ‘HAPPY’ जिसका हिंदी में अर्थ होता है खुशी… इस हैप्पी शब्द ने मुझ जैसे अनपढ़ व्यक्ति को एक भ्रमजाल में फंसा कर रख दिया है। आज के बदलते परिवेश में हमारे समाज में सब हैप्पी है। ” हैप्पी दुर्गा पूजा, हैप्पी छट पूजा, हैप्पी लक्ष्मी पूजा, हैप्पी सरस्वती पूजा” और न जाने क्या-क्या हैप्पी हो गया है। अब ज्ञान की देवी, शक्ति की देवी या धन की देवी के लिए श्रध्दा, समर्पण, आदर और प्रिय जनों के लिए मंगल कामना करने की कौन जहमत उठाए जब सब हैप्पी-हैप्पी हो जाए…
अब तो हैप्पी डैवॉस, हैप्पी ब्रेकअप भी हो गया है और न जाने आने वाले दिनों में कहीं हैप्पी डेथ न हो जाए… इस लिए मैं हैप्पी शब्द सूनते ही कोमा में चला जाता हूं जैसे ही मेरे फोन में पिंग-पिंग की धुन बजती है और संदेश इनबॉक्स में गिरता हैं। मैं भी अंदर से डर के चरम अवस्था में पहुंच जाता हूं। मुझे लगता है कहीं मेरे मौत को लेकर ही कोई मैसेज न आ जाए और लिखा हो हैप्पी डेथ इसलिए मैं फोन के इनबॉक्स को खोलने से पहले तीन-चार बार अपने दिल पर हैप्पी से ज्यादा वजन का पत्थर रख कर देख लेता हूं। अगर हैप्पी वाला मैसेज भी हो तो मैं उसका भार सह सकूं….
वैसे हैप्पी शब्द से मुझे कोई वैर नहीं है। यह शब्द मुझे समझ में नहीं आता तो इसका मतलब तो यह नहीं है ना की वह भी इन शब्दों का प्रयोग न करे वैसे भी आज के दौर में मंगल कामणा जैसे इतने भारी भरकम शब्दों का प्रयोग कौन करें। जब सबकुछ हैप्पी में हो जाये… अब मुझ जैसे गवार को मसझ में नहीं आए या मैं कोमा में चला भी जाऊं तो क्या फर्क पड़ता है क्योंकि मेरे कारण सब कोमा में तो जा नहीं सकते इस लिए लिखते रहो ओर चिल्लाते रहो हैप्पी, हैप्पी….