सार गीता का सार By admin - July 1, 2020 0 269 Share Facebook Twitter Google+ Pinterest WhatsApp जब व्यक्ति धार्मिक मार्ग से हट जाता है और सांसारिक मोहमाया में फंस जाता है तो वह परमात्मा से दूर हो जाता है। ऐसा व्यक्ति अशांत व असंतोषी हो जाता है। अनहोनी के लिए ईश्वर को दोषी ठहराता है।