रोज सुबह उगते सूर्य को जल चढ़ाने और पूजा करने की परंपरा पुराने समय से चली आ रही है। सूर्य को जल चढ़ाने से धर्म लाभ के साथ ही स्वास्थ्य लाभ भी मिलते हैं। खासतौर पर किन लोगों को सूर्य को जल चढ़ाना चाहिए और इस उपाय से कौन-कौन से लाभ मिलते हैं…
1. जिन लोगों की कुंडली में सूर्य कमजोर हो।
2. जिनमें आत्म-विश्वास की कमी हो।
3. जो भीड़ में घबराते हों।
4. जो निराशावादी हों, जिन पर नकारात्मकता हावी रहती हो।
5. जिन्हें हमेशा कोई अज्ञात भय सताता रहता है।
6. जिन लोगों को घर-परिवार और समाज में मान-सम्मान चाहिए।
इन सभी 6 लोगों को रोज सुबह जल्दी उठकर सूर्य को जल जढ़ाना चाहिए। तांबे के लोटे में जल के साथ ही लाल फूल, कुमकुम और चावल भी जरूर डालना चाहिए। ध्यान रखें जल चढ़ाते समय जमीन पर गिरा हुआ आपके पैरों तक नहीं पहुंचना चाहिए। किसी ऐसी जगह से सूर्य को जल चढ़ाएं, जहां से सूर्य को अर्पित किया गया किसी के पैरों में न आए। – जल चढ़ाते समय सूर्य मंत्र ऊँ सूर्याय नम: का जाप करते रहना चाहिए।
🌞 भ्रूमध्य में सूर्यनारायण का ध्यान करने से, ॐकार का ध्यान करने से बुद्धि विकसित होती है और नाभि से सूर्य का ध्यान अथवा ॐकार का ध्यान करने से निरोगता प्राप्त होती है |
🌞 लंबा श्वास खींच कर सवा मिनट से डेढ़ मिनट रोके फिर धीरे-धीरे छोड़े फिर बाहर श्वास रोक के एक मिनट छोड़ दे फिर अंदर रोक के और छोड़ दे | बस ! एक बार अंदर रोके एक बार बाहर रोके प्राणायाम योग करना | शरीर में जो थकान, बीमारी के कण होने वाले है वो निकलते है |