यह एक सामान्य दिन था जब आमिर खान की पीआर टीम ने आमिर खान-किरण राव के तलाक की घोषणा मेरे और मीडिया से जुड़े कई सदस्यों के इनबॉक्स में भेजी। क्या यह चौंकाने वाली खबर थी? बिल्कुल नहीं। क्या ऐसा ही होने की अपेक्षा थी? हां, और अब मुझे उन दोनों के लिए राहत महसूस हो रही है क्योंकि अब यह सबको पता चल गया है कि वे अलग हो गए हैं। इससे पहले कि मैं वर्तमान की बातें करूं, अतीत की कुछ रीलों को फिर से देखना और दिखाना चाहती हूं। यह 1986 की बात है जब आमिर खान ने अपनी पड़ोसन रीना दा ने गुपचुप तरीके से शादी कर ली थी। तब आमिर के चाचा नासिर हुसैन उन्हें कय़ामत से कय़ामत तक में लॉन्च करने की तैयारी कर रहे थे। उन्होंने तब आमिर को आगाह किया कि जब तक फिल्म रिलीज़ नहीं हो जाती, तब तक वे अपनी वैवाहिक स्थिति का खुलासा न करें। और फिर 1988 में एक सितारे का उदय हुआ और साल भर बाद एक गॉसिप मैगजीन में शादी की खबर भी आ गई।
जब लाखों दिल धड़क रहे थे, उसी समय आमिर की शादी की खबर ने उनकी छवि को अस्थायी रूप से प्रभावित किया, लेकिन बाद में वे शादी में रम गए। रीना एक अलग ही दुनिया से आई थीं और इसलिए उन्होंने स्टार वाइफ के स्लॉट में फिट होने की कोशिश भी नहीं की। आमिर यह बात पसंद करते थे कि वह अलग हैं। वे मेड फॉर इच अदर जैसे दिखने का प्रयास जरूर करते थे, लेकिन यह धोखा ही था। अंतत: फिल्म लगान की रिलीज के तुरंत बाद साल 2002 में दोनों अलग हो गए। तलाक के तीन साल बाद आमिर ने लगान के दौरान अपनी असिस्टेंट रहीं किरण राव को एक भव्य समारोह में अपनी पत्नी के रूप में प्रस्तुत किया। इस रिसेप्शन में दिलीप कुमार, देव आनंद समेत पूरी फिल्म बिरादरी ने शिरकत की थी। वे एक नए घर और नए कार्यालय में चले गए। उन्होंने कई संपत्तियां खरीदी, सरोगेट से एक बेबी भी हुआ। आमिर शूटिंग के लिए अक्सर यात्राओं पर जाते, जबकि किरण घर पर रहतीं, स्क्रिप्ट लिखतीं, फिल्मों की योजना बनातीं और अपने बेटे को स्कूल से लेतीं। दिवाली पार्टी और अपने घर पर आयोजित निजी स्क्रीनिंग में आमिर और किरण जरूर एक साथ दिख रहे थे, लेकिन दोनों के बीच दरारें बढ़ती जा रही थीं।
दोनों ने कुछ समय पहले ही सौजन्यता के साथ अलगाव की रणनीति बना ली थी। और अब इस बात के सार्वजनिक होने से वे सहज ही महसूस कर रहे होंगे। मैंने प्रेस नोट को कई बार ध्यान से पढ़ा है और महसूस किया है कि यह एक शुगर कोटेड बयान है कि तलाक नामक स्वर्ग में सबकुछ ठीक है। वे अपने बयान में कहते हैं कि 15 साल का उनका साथ एक-दूसरे के लिए विश्वास, सम्मान और प्यार में बदल गया। क्या असल में ऐसा ही है? अगर ऐसा ही था तो क्यों न इस सारी समझ और बॉन्डिंग को मौजूदा रिश्ते को ही सुधारने और नन्हे आजाद के नन्हे दिल को सदमा पहुंचने से बचाने में लगाना चाहिए था? मनोचिकित्सकों का कहना है कि सबसे बड़ी पीड़ा होती है अपने बच्चे को खोना। तलाक दूसरी सबसे बड़ी मानवीय पीड़ा है। पहली पत्नी रीना दा से तलाक के बाद आमिर खान के साथ क्या हुआ था, हममें से कई लोग जानते हैं। अपने बच्चों से दूर रहने और मिली-जुली भावनाओं से भरे आमिर शराब में ही सुकून तलाशने लगे थे।
वजन तो इतना बढ़ गया था कि उन्हें पहचानना भी मुश्किल था। फिर आमिर की मां जीनत ने इस बारे में सलमान खान को बताया। सलमान तुरंत आमिर के घर गए, सारी रात उनसे बातें की और अगले दिन एक ट्रेनर को भेजा। इस तरह आमिर खान अपने डिप्रेशन से बाहर निकले। क्या आमिर फिर से डिप्रेशन में आएंगे? कपल द्वारा सोशल मीडिया पर प्रसारित संयुक्त वीडियो से तो ऐसा नहीं लगता। क्या आमिर के जीवन में फिर से कोई नई महिला आई है? इसकी संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। तो क्या वे तीसरी शादी करेंगे? यह इस बात पर निर्भर करेगा कि वह महिला कौन है। लेकिन मेरी राय में उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए क्योंकि आमिर और कमल हासन जैसे अभिनेता महज शादी के लिए नहीं बने हैं। कमल हासन ने वाणी गणपति, सारिका और गौतमी से अलग होने के बाद अपनी गलती स्वीकार की थी। क्या आमिर भी इससे सीखेंगे?
भावना सोमाया
(जानी-मानी फिल्म लेखिका, समीक्षक और इतिहासकार हैं ये उनके निजी विचार हैं)